विकसित देशों के नि:शुल्क पीएचडी पाठ्यक्रम के लिए आगे आए झारखंड के विद्यार्थी

झारखंड
Spread the love

  • शोध कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए कार्य अनुभव का वर्णन करते हुए आवेदन तैयार करें : डॉ पवन कुमार

रांची। अमेरिका, इंग्लैंड और जर्मनी जैसे देशों में पीएचडी पाठ्यक्रम पूरी तरह नि:शुल्क है। साथ ही, शोधार्थी की जरूरतों की पूर्ति के लिए अच्छा स्टाइपेंड भी मिलता है। इसलिए झारखंड के विद्यार्थियों को वहां के शोध कार्यक्रम में प्रवेश के लिए प्रयास करना चाहिए। इन देशों में पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश आसान नहीं है और 100 विदेशी आवेदकों में से केवल पांच छह ही चयनित हो पाते हैं। इसलिए अपना बायोडाटा, शोध कार्य का पूर्व अनुभव और किसी विशेष प्रयोगशाला या विश्वविद्यालय में ही शोध कार्य क्यों करना चाहते हैं इसका जस्टिफिकेशन भी बढ़िया से तैयार करना चाहिए।

उपरोक्त विचार स्टोनी ब्रुक विश्वविद्यालय (न्यूयॉर्क, अमेरिका) के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ पवन कुमार ने बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय में मंगलवार को एक जागरुकता व्याख्यान देते हुए रखे। उन्होंने कहा कि शोध कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए कार्य अनुभव का वर्णन करते हुए आवेदन तैयार करना एक महत्वपूर्ण कौशल है। इसमें छात्र-छात्राओं को मास्टरी हासिल करना चाहिए। जिस प्रयोगशाला या संस्थान में वे प्रवेश चाहते हैं, उसके बारे में पूरी जानकारी संस्थान के वेब पेज या अन्य ऑनलाइन कंटेंट से प्राप्त की जा सकती है।

डॉ कुमार ने कहा कि अमेरिका में वैज्ञानिक पदों पर भर्ती के लिए पढ़ाई के विषय के अलावा, उम्मीदवार के प्रकाशित शोध पत्र, रुचि और कार्य के प्रति समर्पण को विशेष तवज्जो दी जाती है। यही कारण है कि पशु दैहिकी में मास्टर डिग्री और भैषज विज्ञान में पीएचडी डिग्री होने के बावजूद मेरा नियुक्ति माइक्रोबायोलॉजी विभाग में हुई। डॉ पवन ने अमेरिका में मास्टर, पीएचडी और पोस्ट डॉक्टरल प्रोग्राम के बारे में विद्यार्थियों की जिज्ञासा का उत्तर भी दिया। हर प्रकार के सहयोग और मार्गदर्शन का आश्वासन दिया।

रांची वेटरनरी कॉलेज के पूर्ववर्ती छात्र डॉ पवन ने अमेरिका के ब्लड सेंटर आफ विस्कंसिन और यूनिवर्सिटी ऑफ़ पिट्सबर्ग से दो पोस्ट डॉक्टरल रिसर्च किया है। एनिमल इम्यूनिटी में विशिष्ट योगदान किया है। उन्होंने विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए पशुओं में इम्यूनिटी से जुड़े विषय पर तकनीकी व्याख्यान भी दिया।

वेटनरी संकाय के डीन डॉ सुशील प्रसाद ने स्वागत और आयोजन की समन्वयक डॉ नंदनी कुमारी ने धन्यवाद किया। संचालन विद्यार्थी प्रसेनजीत एवं अमीषा ने किया। इस अवसर पर डीन पीजी डॉ एमके गुप्ता, डेयरी टेक्नोलॉजी कॉलेज के एसोसिएट डीन डॉ आलोक कुमार पांडेय ने भी अपने विचार रखे।

खबरें और भी हैं। इसे आप अपने न्‍यूज वेब पोर्टल dainikbharat24.com पर सीधे भी जाकर पढ़ सकते हैं। नोटिफिकेशन को अलाउ कर खबरों से अपडेट रह सकते हैं। सुविधा के अनुसार अन्‍य खबरें पढ़ सकते हैं।

आप अपने न्‍यूज वेब पोर्टल से फेसबुक, इंस्‍टाग्राम, x सहित अन्‍य सोशल मीडिया के साथ-साथ सीधे गूगल हिन्‍दी न्‍यूज पर भी जुड़ सकते हैं। यहां भी खबरें पढ़ सकते हैं। अपने सुझाव या खबरें हमें dainikbharat24@gmail.com पर भेजें।

हमारे साथ इस लिंक से जुड़े
https://chat.whatsapp.com/KFx4zY9YysxKWCO5Z8HWlj