टीआरएल संकाय में डॉ राम दयाल मुंडा की पुण्यतिथि मनाई गई

झारखंड
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  • झारखंडी चेतना के अग्रदूत थे पद्मश्री डॉ मुंडा : मनय मुंडा

रांची। रांची विश्वविद्यालय के जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा संकाय में पद्मश्री डॉ राम दयाल मुंडा की 23वां पुण्यतिथि 30 सितंबर को मनायी गयी। मौके पर शिक्षकों, शोधार्थियों व छात्रों ने पद्मश्री डॉ राम दयाल मुंडा की तस्वीर पर पुष्पांजलि देकर अपनी श्रद्धा अर्पित की। कार्यक्रम का संचालन प्राध्यापक डॉ बीरेन्द्र कुमार सोय ने किया।

अध्यक्षता करते हुए मुंडारी विभाग के विभागाध्यक्ष मनय मुंडा ने कहा कि डॉ रामदयाल मुंडा झारखंडी चेतना के अग्रदूत थे। वे झारखंड ही नहीं, बल्कि पूरे देश के एक प्रमुख विराट, बौद्धिक और सांस्कृतिक शख्सियत थे। हमें उनके विचारों को अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए।

डॉ किशोर सुरीन ने कहा कि डॉ मुंडा ने आदिवासी और मूलवासियों के अधिकारों के लिये देश के विभिन्न प्रांतों से लेकर संयुक्त राष्ट्र संघ जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों तक आवाज उठाने का काम किया था। उन्होंने कहा कि समग्र रूप से मनुष्य के सम्पूर्ण विकास की सोच रखने वाले पद्मश्री डॉ मुंडा ने ‘जे नाची, से बांची’ का मूलमंत्र हम आदिवासी व सदानों को दिया। हमें एक सूत्र में बांधने का काम किया।

डॉ उमेश नन्द तिवारी ने कहा कि डॉ मुंडा को अपने अंतिम समय तक झारखंड और झारखंडियों की चिंता रही। डॉ मुंडा राजनीतिक क्षेत्र में काफी सक्रिय रहे। फिर भी उनका जीवन पूर्ण रूप से सामाजिक एवं सांस्कृतिक ही रहा। झारखंड की आदिवासी संस्कृति, लोकगीत, नृत्य एवं साहित्य को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में पद्मश्री डॉ रामदयाल मुंडा की अहम भूमिका रही।

प्राध्यापक डॉ करम सिंह मुंडा ने कहा कि पद्मश्री डॉ राम दयाल मुंडा का कोई जोड़ नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि वे सहज प्रवाह के साथ करीब उन्नीस भाषाओं के ज्ञाता थे। विभिन्न विषयों का गहन अध्ययन था। उनका थाह पाना मुश्किल है।

डॉ कुमारी शशि ने कहा कि डॉ मुंडा पूरी दुनिया को झारखंडी संस्कृति से अवगत कराया। डॉ रामदयाल मुंडा ने झारखंडी समाज में आत्मगौरव और चेतना भरने का काम किया। उनके उद्देश्यों को हमें आत्मसात करने की आवश्यकता है।

इस अवसर पर विभाग के प्राध्यापक शकुंतला बेसरा, डॉ बीरेन्द्र कुमार महतो, तारकेश्वर सिंह, रचना होरो, लेखन प्रकाश, सुधा मनीषा नाग के अलावा शोधार्थी, कर्मचारी व छात्र छात्राएं उपस्थित थे।

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