नई दिल्ली। बड़ी खबर आई है, झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर आजसू और बीजेपी में मिलकर चुनाव लड़ने पर सहमति बन गयी है। सोमवार को आजसू नेता सुदेश महतो ने गृहमंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात के बाद दिल्ली में इसकी घोषणा की।
यहां बताते चलें कि पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी और आजसू का गठबंधन टूट गया था। हालांकि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में दोनों दलों ने मिलकर चुनाव लड़ा था।
आजसू नेता सुदेश महतो से जब चंपाई सोरेन को लेकर सवाल पूछे गए, तो उन्होंने कहा कि अगर चंपाई सोरेन एनडीए में आते हैं, तो गठबंधन को मजबूती मिलेगी।
साल 2019 के विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर बीजेपी और आजसू में बात नहीं बनी थी। आजसू ने एनडीए से अलग हटकर चुनाव लड़ने का एलान किया था।
आजसू ने 50 से अधिक सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए थे। गठबंधन में टूट का नुकसान बीजेपी और आजसू दोनों ही दलों को उठाना पड़ा था। भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बाहर होना पड़ा था।
आजसू की स्थापना जेएमएम नेता निर्मल महतो ने करवायी थी। यह लंबे समय तक जेएमएम के साथ था। बाद के दिनों में आजसू में कई बार टूट हुए और इसके कई गुट बन गए। साल 2000 के बाद से सुदेश महतो आजसू का नेतृत्व कर रहे हैं।
2007 में उन्होंने पार्टी का पुनर्गठन किया था। सुदेश महतो की पार्टी आजसू कुछ मौकों को छोड़कर साल 2000 से अब तक लगतार एनडीए के साथ रही है। पार्टी ने हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में राज्य की गिरिडीह सीट जीतने में भी कामयाबी हासिल की थी। आजसू का महतो वोट बैंक पर मजबूत पकड़ माना जाता रहा है।
झारखंड में आने वाले कुछ महीनों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों की तरफ से समीकरणों को साधा जा रहा है।
मालूम हो कि, जेएमएम नेता चंपाई सोरेन भी अगले कुछ दिनों में अपने नये राजनीतिक कदम का खुलासा करने वाले हैं। चर्चा है कि 30 अगस्त को वे भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं।