रांची। आरएसएस की बड़ी बैठक राजधानी रांची में हो रही है। इसमें संघ के दिग्गज स्वयंसेवक भाग ले रहे हैं। इन्होंने राज्य के युवाओं से आह्वान किया है कि वे गांव में बदलाव के वाहक बनें।
गांवों में नवजीवन लाने का आह्वान करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने रविवार (14 जुलाई) को कहा कि इसके लिए संघ की ओर से व्यापक अभियान चलाया जाएगा।
बता दें कि, संघ की बैठक के दौरान प्रचार प्रमुख ने कई मुद्दों पर बात की। उन्होंने धर्मांतरण से लेकर लोकसभा के चुनाव परिणाम पर बात की और संघ के प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारी दी। संघ के प्रचार प्रमुख ने कहा कि इस साल संघ के विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में 20 हजार से अधिक युवाओं ने भाग लिया।
लोकसभा चुनाव के परिणाम के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जनता ने अपना फैसला दिया है। जनता का जो फैसला है, उसी के अनुरूप पार्टियां सरकार चला रही हैं। संघ के प्रचार प्रमुख ने धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून की मांग की है। कहा कि जिन राज्यों में धर्मांतरण के खिलाफ कानून पहले से मौजूद हैं, वहां उसका क्रियान्वयन हो और दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई हो।
12 जुलाई से रांची के सरला बिरला विश्वविद्यालय में प्रांत प्रचारकों, सह प्रांत प्राचरकों, क्षेत्र प्रचारकों और अखिल भारतीय कार्यकारिणी के कार्यकर्ताओं की बैठक शुरू हुई थी। इस बैठक का आज आखिरी दिन था।
बैठक के बाद आंबेकर ने पत्रकारों को संबोधित किया। संघ के शताब्दी वर्ष (2025-26) में देश भर में होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा भी रांची में ही तैयार की जाएगी। सरसंघचालक मोहन भागवत की उपस्थिति में संघ की कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा होगी।