रांची। झारखंड के लोगों के खासकर व्यापारियों, डॉक्टरों और बिल्डरों के नाक में दम कर देने वाले कुख्यात अमन साहू गिरोह के 4 सदस्यों को छत्तीसगढ़ और राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है। ये लोग किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए छत्तीसगढ़ पहुंचे थे। इससे पहले ही रायपुर की पुलिस ने इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर कार्रवाई करते हुए इन्हें गिरफ्तार कर लिया।
मामले में रायपुर पुलिस ने कहा है कि, गिरफ्तार आरोपियों के झारखंड के कुख्यात अमन साहू गैंग का सक्रिय सदस्य होने के पुख्ता प्रमाण मिले हैं। इन लोगों के पास से घटना में इस्तेमाल होने वाली पिस्टल भी बरामद कर ली गई है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए रायपुर, झारखंड और राजस्थान में लगातार 72 घंटे तक सीक्रेट ऑपरेशन चलाया गया।
गिरफ्तार किए गए 4 सदस्यों में एक रोहित स्वर्णकार झारखंड का रहने वाला है। 26 साल का रोहित बोकारो जिले के चास थाना क्षेत्र का है। उसके पिता का नाम निरंजन स्वर्णकार है। उसके खिलाफ चास और पेटरवार थाने में कम से कम 3 मामले दर्ज हैं। वह अमन साहू गिरोह का शूटर है।
रायपुर पुलिस ने बताया है कि मास्टरमाइंड मयंक सिंह मलेशिया के क्वालालम्पुर से इन आरोपियों को निर्देशित कर रहा था। इसी बीच, राजस्थान, झारखंड और छत्तीसगढ़ की पुलिस ने समन्वय बनाकर इनपुट शेयरिंग की, जिससे इसकी पुख्ता जानकारी मिली कि अमन साहू गिरोह किसी घटना को अंजाम देने की कोशिश कर रहा था। इसके बाद समन्वित कार्रवाई की गई और आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके मंसूबों को नाकाम कर दिया।
पुलिस का कहना है कि मयंक सिंह अपने शूटर्स के माध्यम से लॉरेंस बिश्नोई एवं अमन साहू के टार्गेट को अंजाम देता है। बोकारो का रहने वाला शूटर रोहित स्वर्णकार और राजस्थान निवासी पप्पू सिंह भी लगातार मयंक सिंह के संपर्क में थे। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक पिस्टल, एक खाली मैगजीन और 4 मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
पुलिस ने बताया कि झारखंड में काम कर रहे छत्तीसगढ़ के कई व्यापारिक संगठन इस गिरोह के निशाने पर थी। पुलिस आगे भी मामले की जांच कर रही है। गिरफ्तार किए गए अपराधियों से पूछताछ की जा रही है। इन सभी के खिलाफ थाना गंज में आईपीसी और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।