नई दिल्ली। मौसम विभाग की भविष्यवाणी सही साबित हुई। सोमवार को चक्रवात ‘रेमल’ बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल के तटों से टकरा गया। मौसम विभाग के अनुसार अगले 4 घंटों तक लैंडफॉल की प्रक्रिया जारी रहेगी।
आईएमडी के अनुसार उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात रेमल उत्तर की ओर सागर द्वीप (डब्ल्यूबी) से लगभग 130 किमी दक्षिण-पूर्व, खेपुपारा (बांग्लादेश) से 140 किमी दक्षिण-पश्चिम, कैनिंग (डब्ल्यूबी) से 140 किमी दक्षिण-पूर्व, बांग्लादेश के मोंगला से 160 किमी दक्षिण-पश्चिम में आगे बढ़ेगा और पार करेगा। बांग्लादेश और आसपास के पश्चिम बंगाल तटों पर आज आधी रात तक 110-120 किमी प्रति घंटे की अधिकतम हवा की गति होगी।
चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ से निपटने के लिए जोरदार तैयारी चल रही है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की कुल 14 टीमें पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान रेमल की दस्तक को देखते हुए बचाव और राहत कार्यों में सहायता के लिए तैनात हैं।
14 टीमों को 9 जिलों (हुगली-1, हावड़ा-1, दक्षिण 24 परगना-3), पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना-2, पूर्व मेदिनीपुर-2, पश्चिम मेदनीपुर-2, कोलकाता-1, मुर्शिदाबाद-1, नादिया-1 के संवेदनशील इलाकों में तैनात किया गया है।
पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा गंभीर चक्रवात ‘रेमल’ के प्रभाव से निपटने के लिए एहतियाती उपायों के तहत सुंदरबन और सागर द्वीप सहित तटीय क्षेत्रों से लगभग 1.10 लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित आश्रयों तक पहुंचाया जा रहा है।
राज्य आपदा प्रबंधन और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 16-16 बटालियन को तटीय क्षेत्रों में तैनात किया गया है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने लगभग 5.40 लाख तिरपाल वितरित किए हैं और इन जिलों में सूखा राशन, पाउडर दूध और पीने के पानी के पाउच की उपलब्धता सुनिश्चित की है, जिससे लैंडफॉल के लिए तैयारी सुनिश्चित हो सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ से निपटने को लेकर की गई तैयारियों की समीक्षा के लिए रविवार को बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता की। पीएम ने अधिकारियों से तैयारियों के बारे में पूरी जानकारी ली।
कोलकाता हवाई अड्डे के अधिकारियों ने रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए उड़ानें निलंबित कर दी हैं। इसके अलावा पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने कई ट्रेन का परिचालन रद्द कर दिया है।