रांची। झारखंड की चंपाई सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री रहे आलमगीर आलम को एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रिमांड में भेज दिया गया। इस बार आलमगीर आलम को 3 दिन की ईडी की हिरासत में भेजा गया है। इसके पहले उन्हें क्रमश: 6 दिन और 5 दिन की ईडी रिमांड में भेजा गया था।
आलमगीर आलम की 5 दिन की ईडी रिमांड अवधि खत्म होने के बाद सोमवार (27 मई) को प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने उन्हें रांची स्थित पीएमएलए कोर्ट में पेश किया। ईडी की ओर से कहा गया कि अभी और पूछताछ की जरूरत है। आलमगीर आलम की 5 दिन की रिमांड दी जाए। दोनों पक्षों के वकीलों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने आलमगीर आलम को 3 दिन की रिमांड में भेजने का आदेश दिया।
ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल और उसके निजी सहायक जहांगीर आलम के ठिकानों से 35.23 करोड़ रुपए मिलने के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था। इन दोनों से पूछताछ के बाद मंत्री आलमगीर आलम को ईडी ने पूछताछ के लिए हिनू स्थित प्रवर्तन निदेशालय के क्षेत्रीय मुख्यालय में बुलाया। दो दिन की पूछताछ के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और झारखंड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
आलमगीर आलम को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया। ईडी ने आलम से पूछताछ के लिए 10 दिन की रिमांड मांगी, लेकिन कोर्ट ने 6 दिन की रिमांड दी। 6 दिन की रिमांड खत्म होने के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता को फिर से पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया।
इस बार कोर्ट ने ईडी को और 5 दिन तक पूछताछ करने की अनुमति दी। सोमवार को जब 5 दिन की उनकी हिरासत अवधि खत्म हो रही थी, तो कोर्ट में उन्हें एक बार फिर से पेश किया गया। ईडी ने 5 दिन की रिमांड मांगी, लेकिन कोर्ट ने 3 दिन की ही रिमांड ग्रांट की।