सभी नक्सली पश्चिमी सिंहभूम के स्थानीय निवासी
चाईबासा। बड़ी खबर पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा से आ रही है, जहां कोल्हान और सारंडा के बीहड़ों में आतंक मचाने वाले भाकपा माओवादी के 15 नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है। पश्चिमी सिंहभूम के जिला मुख्यालय चाईबासा में गुरुवार (11 अप्रैल) को सभी ने सीआरपीएफ एवं झारखंड पुलिस के अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
सरेंडर करने वाले नक्सलियों के नाम
- प्रधान कोड़ा उर्फ देवेन कोड़ा (45)
- चंद्रमोहन उर्फ चंद्रो अंगारिया उर्फ रोशन (29)
- पगला गोप उर्फ घासीराम गोप (49)
- विजय बोयपाई उर्फ अमन बोयपाई (23)
- गंगा राम पुरती उर्फ मोटरा पुरती (19)
- बोयो कोड़ा (46)
- जोगेन कोड़ा (44)
- पेलोंग कोड़ा उर्फ नीशा कोड़ा (19)
- सोनू चांपिया (19)
- रामजा पुरती उर्फ डुगूद पुरती (49)
- नाबालिग
- सोहन सिंह हेम्ब्रम उर्फ सीनू (24)
- डोरन चांपिया उर्फ गोलमाय (23)
- सुशील उर्फ मोगा चांपिया (50)
- मनी चांपिया (40)
सुरक्षा बलों के सामने हथियार डालने वाले 15 नक्सलियों में 7 की उम्र 30 साल से कम है। एक नाबालिग है और 3 की उम्र महज 19 साल है। एक नक्सली की उम्र 50 साल है। पुलिस एवं सुरक्षा बलों का कहना है कि भाकपा माओवादी संगठन के आंतरिक शोषण, भयादोहन एवं पुलिस की लगातार बढ़ती दबिश की वजह से कई नक्सली मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं। नक्सलियों ने झारखंड पुलिस एवं केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के समक्ष सामूहिक रूप से सरेंडर किया।
कोल्हान के बीहड़ों में थे सक्रिय
ये सभी नक्सली कोल्हान और सारंडा के बीहड़ों में सक्रिय थे। शाम 04।00 बजे पुलिस केंद्र चाईबासा में पुलिस उप-महानिरीक्षक, सिंहभूम (कोल्हान) क्षेत्र, पुलिस उप-महानिरीक्षक (अभियान) सीआरपीएफ, पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त, पश्चिमी सिंहभूम के पुलिस अधीक्षक एवं अन्य वरीय पदाधिकारियों की मौजूदगी में नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया और कहा कि वे मुख्यधारा में लौटने के लिए सरेंडर कर रहे हैं। पुलिस ने यह भी बताया कि ये सभी नक्सली पश्चिमी सिंहभूम के स्थानीय निवासी हैं।