उत्तर प्रदेश। मंगलवार को उत्तर प्रदेश में 2022 में सरकार बनने के बाद पहला मंत्रिमंडल विस्तार हो गया। लोकसभा चुनाव से पहले योगी सरकार में चार नए मंत्रियों ने ओम प्रकाश राजभर, दारा सिंह चौहान, सुनील शर्मा, अनिल कुमार ने राजभवन में पद और गोपनीयता की शपथ ली। नए मंत्रिमंडल विस्तार में दो बीजेपी, एक सुभासपा और एक रालोद कोटे का है।
इससे पहले मंत्री बनने वाले सभी विधायकों को दोपहर में फोन करके सीएम आवास बुलाया गया था। रालोद से अनिल कुमार, सुभासपा से ओम प्रकाश राजभर, बीजेपी से साहिबाबाद के सुनील शर्मा, बीजेपी से दारा सिंह चौहान शपथ ग्रहण से पहले 5 कालीदास मार्ग स्थित सीएम आवास पहुंचे थे। यहां उन्हें मंत्री बनने की जानकारी दी गई। इसके बाद तय समय पर राजभवन पहुंचने के लिए कहा गया।
सुनील शर्मा तीसरी बार विधायक बने हैं। उन्हें पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। बताया जा रहा है कि वह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सीएम योगी आदित्यनाथ के खास हैं। पहलीबार वो गाजियाबाद से जीतकर एमएलए बने थे। इसके बाद वह साहिबाबाद से दो बार जीत चुके हैं।
2017 के चुनाव में वह रिकार्ड वोटों से जीते थे। 2022 में भी सुनील शर्मा ने 2.14 लाख के अंतर से चुनाव जीता था। सुनील शर्मा का सर्वाधिक वोटों से जीत हासिल करने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज है।
विधानसभा चुनाव 2022 से पहले दारा सिंह चौहान बीजेपी छोड़कर सपा में शामिल हुए थे। सरकार न बनने के कारण उनका सपा से मोहभंग हो गया। इसके बाद वह विधानसभा से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो गए। लेकिन उपचुनाव में उन्हें सपा के प्रत्याशी से हार का सामना करना पड़ा था। बीजेपी ने उन्हें पहले विधान परिषद भेजा और अब उन्हें मंत्री बनाया जा रहा है।
ओम प्रकाश राजभर सुहेलदेव भारती समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। वह यूपी में योगी आदित्यनाथ की पहली सरकार में भी मंत्री बने थे। लेकिन बीच कार्यकाल में ही उनका बीजेपी से मनमुटाव हो गया था।
2017 में सुभासपा और ओम प्रकाश राजभर का उदय काल रहा। जब वो बीजेपी के साथ और उन्होंने चार विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी। इन्हें कैबिनेट मंत्री भी बनाया गया। लेकिन 2022 से पहले वो सपा के साथ जुड़ गए। 2022 चुनाव में उन्होंने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा और 6 पर जीत हासिल की थी।
रालोद कोटे से मंत्री बने अनिल कुमार पुरकाजी से विधायक हैं। 2022 में वो सपा में थे लेकिन सीट रालोद में जाने के कारण उन्हें हैंडपंप चुनाव चिन्ह से लड़ना पड़ा। वो सहारनपुर के तहारपुर गांव के रहने वाले हैं।
2007 में बसपा के टिकट पर चरथावल सुरक्षित सीट से विधायक बने थे। 2012 में दूसरी बार विधायक बने। 2017 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 2022 में वो रालोद से विधायक चुने गए।