असम। इंसान जो बोता है, वही काटता है। उसको किये की सजा भुगतनी पड़ती है। असम के डेरगांव में 15 साल की घरेलू सहायिका से रेप के आरोप में सीनियर पुलिस अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोप है कि ट्रेनिंग कॉलेज में तैनात डीएसपी ने नाबालिग का यौन उत्पीड़न किया। वह डीएसपी के घर पर काम करती थी। डीएसपी की पहचान किरण नाथ के तौर पर हुई है। डीएसपी के खिलाफ पॉक्सो समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था।
डीएसपी किरण नाथ के खिलाफ आईपीसी की धारा 376, 506 और पॉक्सो ऐक्ट के सेक्शन 6 के तहत केस दर्ज किया गया था। नाबालिग के घरवालों ने शनिवार को गोलाघाट जिले के डेरगांव पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करवाई थी।
पीड़िता के परिवार ने मीडिया को बताया कि, वह किसी तरह से डीएसपी के आवास से भागकर अपने घर आ गई। उसने हमें सब कुछ बताया, तो हमने एफआईआर दर्ज करवाने का फैसला किया।
असम के डीजीपी ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने रविवार को सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया था कि डेरागांव में लशित बोरफुकन पुलिस एकेडमी में तैनात डीएसपी पर नाबालिग के यौन शोषण के आरोप लगे हैं और केस दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा, सबूतों के आधार पर डीएसपी किरण नाथ को गिरफ्तार कर लिया गया है।
डीजीपी ने कहा कि असम पुलिस की यौन उत्पीड़न के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है। नाबालिग ने आरोप लगाया है कि डीएसपी की पत्नी भी इस काम में उसका साथ देती थी और उसकी करतूतें छिपाने की कोशिश करती थीं।
पीड़िता के परिवार ने कहा, एक महिला होने के नाते उन्हें लड़की का साथ देना चाहिए था, लेकिन वह अपने पति की करतूतें छिपाती रहीं और चुप्पी साधे रहीं। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और सबूतों को जुटाने की कोशिश हो रही है। पीड़िता और अन्य गवाहों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं।