सीएम चंपाई ने गिरिडीह को 639 करोड़ रुपए की दी सौगात

झारखंड
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पीरटांड़ मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना का किया शिलान्यास

कहा- झारखंड को विकसित राज्य की श्रेणी में लाएगी सरकार

गिरिडीह। रविवार को झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन गिरिडीह पहुंचे। उन्होंने यहां के किसानों को 639 करोड़ की मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना की सौगात दी। गिरिडीह जिले के मधुबन पहुंचे सीएम चंपाई ने पारसनाथ पर्वत स्थित मांझीथान में पूजा-अर्चना की. पूजा करने के बाद मांझी हड़ामों को सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री पूजा करने के बाद मधुबन के मकर संक्रांति मेला मैदान पहुंचे। उन्होंने 639 करोड़ की लागत से पीरटांड़ मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा।

सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि झारखंड अलग होने के साथ ही बीजेपी के नेतृत्व की सरकार चली गयी। पीरटांड़ दिशोम गुरु शिबू सोरेन की संघर्ष भूमि रही है। बीजेपी की डबल इंजन की सरकार ने कभी भी ऐसी योजनाओं के बारे में नहीं सोचा। बीजेपी ने हमेशा झारखंड की जनता को गुमराह किया।

बीजेपी की सरकार के विरोध में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में हमलोगों ने लड़ाई लड़ी। झारखंड में गठबंधन की सरकार बनी। कोरोना के कारण काम करने का कम समय मिला। बावजूद हेमंत सोरेन की सरकार ने झारखंड का विकास किया। पीरटांड़ के खेतों को हमेशा पानी देंगे। पीरटांड़ के किसानों को स्वावलंबी बनाएंगे। अब किसान एक फसल पर निर्भर नहीं रहेंगे।

डीवीसी जैसी बड़ी कम्पनियों ने झारखंड की जमीन, पानी, कोयला आदि का उपयोग किया, लेकिन झारखंड के किसानों के बारे में किसी ने नहीं सोचा। गांव के इलाकों में आर्थिक स्थिति बहुत दयनीय है। मधुबन की धरती पर बड़ी-बड़ी इमारत बन गयी, लेकिन यहां के लोगों की आर्थिक स्थिति नहीं सुधर सकी। झारखंड को विकसित राज्य की श्रेणी में लाया जाएगा।

झारखंड में विकास देखकर बीजेपी के पेट में दर्द हो रहा है। जांच एजेंसी पर सवाल खड़ा करते हुए चंपाई सोरेन ने कहा कि किसी एक पार्टी के इशारे पर जांच एजेंसी काम नहीं करे। हर गांव सड़क से जोड़ा जा रहा है। बीजेपी ने अपने कार्यकाल में केवल वादा किया, लेकिन धरातल पर कार्य नहीं हुआ। बीजेपी ने हमेशा से झारखंड को ठगने का काम किया है।

जल संसाधन विभाग के सचिव प्रशांत कुमार ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि डेढ़ वर्ष पूर्व गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने जल संसाधन विभाग के कार्यालय में आकर पीरटांड़ के किसानों की समस्याओं की जानकारी दी थी।

विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा था कि पीरटांड़ में अगर सिंचाई की व्यवस्था हो जाए, तो पीरटांड़ से पलायन रुकेगा। विभागीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री ने पीरटांड़ मेगा लिफ्ट सिंचाई योजना को गंभीरता से लिया। काफी अध्ययन के बाद लगभग 639 करोड़ की डीपीआर बनी।

बराकर नदी के पास एक वीयर बनेगा जो नए टेक्नोलॉजी से बनेगा। बड़ा पम्प हाउस बनेगा। भूमिगत पाइप से अलग अलग स्थानों में पानी भेजा जाएगा। सब पीरटांड़ की 17 पंचायत के 165 गांवों के खेतों व तालाबों तक पानी पहुंचाया जाएगा। अध्ययन में पता चला कि तालाबों में लंबे समय तक पानी नहीं रहता है। इस योजना से 116 नया तालाब बनेगा, जिसमें कभी पानी नहीं सूखेगा। अब पीरटांड़ की मछली दूसरे प्रदेश में जाएगी।

सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि आज पीरटांड़ के लिए ऐतिहासिक दिन है। पीरटांड़ के सुदूर गांवों में बसने वाले लोग एक ही फसल पर निर्भर रहते थे। इसके कारण लोग पलायन करते थे। ससमय यह योजना धरातल में उतर जाए, तो पीरटांड़ प्रखंड विकसित प्रखंड में गिना जाएगा।

एक एक हेक्टेयर 116 तालाबों के निर्माण से सिंचाई और मत्स्य पालन भी होगा। विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने तत्कालीन सीएम हेमंत सोरेन, मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, मंत्री बसंत सोरेन आदि के प्रति आभार व्यक्त किया।