झारखंड के गुमला में तीन लोगों की हत्या, एक की हालत बेहद नाजुक, जानें पूरा मामला

झारखंड
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गुमला। शुक्रवार को झारखंड के गुमला जिले के सिसई से बड़ी खबर आई है। सकरौली गांव में चार लोगों की कुल्हाड़ी (टांगी) से काट कर दी गयी है। इसमें तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी है, जबकि एक की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। गंभीर हालत में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

ये घटना करीब ढाई बजे की है। जमीन विवाद में इस वारदात को अंजाम दिया गया है। इसकी जानकारी पुलिस को दी गयी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गयी है। मृतकों में नागेश्वर साहू (63 वर्ष), सुंदरू साहू उर्फ मुन्ना साहू (60 वर्ष) व पवन कुमार साहू (35 वर्ष) शामिल हैं। विकास कुमार साहू पिता सुंदरू साहू गंभीर रूप से घायल है, जिसे इलाज के लिए रिम्स ले जाया गया है।

इधर, पुलिस ने हत्या के आरोपी नंदकिशोर साहू (57 वर्ष) और उसके बेटे सतेंद्र साहू (35 वर्ष) व शिवकुमार साहू (22 वर्ष) को घटनास्थल से गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही हत्या में प्रयुक्त दो टांगी को भी जब्त कर लिया है। गुमला जिले के सिसई में जमीन विवाद में टांगी से वारकर तीन लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया है, जबकि एक की स्थिति गंभीर है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

जानकारी के अनुसार पूर्वजों द्वारा अपनी जमीन पर फुटकल का पेड़ लगाया गया है। उसी फुटकल पेड़ को लेकर आपस में भाइयों के बीच विवाद था। आपसी विवाद इतना बढ़ गया कि भाई-भाई में ही खूनी संघर्ष हो गया और एक दूसरे की जान लेने पर उतारू हो गए। मामूली विवाद में शुक्रवार को तीन लोगों की निर्मम हत्या कर दी गयी। इस वारदात से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।

मृतकों में नागेश्वर साहू (63 वर्ष) पिता बरजु साहू, सुंदरू साहू उर्फ मुन्ना साहू (60 वर्ष) पिता बरजु साहू व पवन कुमार साहू (35 वर्ष) पिता नागेश्वर साहू शामिल हैं। विकास कुमार साहू पिता सुंदरू साहू गम्भीर रूप से घायल है, जिसे इलाज के लिए रिम्स ले जाया गया है। उसकी स्थिति नाजुक बताई जा रही है। सभी सकरौली गांव के हैं। ये सभी एक ही परिवार के हैं। मृतक नागेश्वर साहू और सुंदरू साहू आरोपी नंदकिशोर साहू के सगे भाई थे।

तीनों के बीच पूर्व में ही जमीन का बंटवारा हो चुका था। काडोकोचा दोन (खेत) में तीनों भाई की हिस्सेदारी है। तीनों मिलकर समतलीकरण करने के उद्देश्य से आरकेडी कंपनी से मिट्टी उठवा रहे थे। खेत में एक छोटा सा फुटकल का पेड़ था, जो मिट्टी उठाने के दौरान गिर गया था, उस पेड़ पर आरोपी नंदकिशोर अकेले अपना दावा कर रहा था, जबकि उसके बड़े भाई नागेश्वर और छोटे भाई सुंदरू तीनों भाई की हिस्सेदारी बता रहे थे।

शुक्रवार की दोपहर में मृतक नागेश्वर अपने बेटे पवन कुमार साहू और सुंदरू साहू अपने बेटे विकास के साथ पेड़ के पास गए थे। इसी दौरान आरोपी नंदकिशोर साहू अपने बेटे सतेंद्र साहू और शिवकुमार साहू के साथ टांगी लेकर वहां पहुंचा और फिर पेड़ को लेकर सभी में विवाद होने लगा। विवाद के दौरान अचानक आरोपियों ने नागेश्वर, पवन, सुंदरू व विकास के ऊपर टांगी से सिर और गले पर वार कर दिया। अचानक हुए हमले से खुद को बचाने के लिए चारों इधर-उधर भागने लगे, लेकिन हत्या के आरोपियों ने दौड़ा-दौड़ाकर चारों के सिर व गले पर वार किया।

आसपास के लोग भय से भागने लगे। चारों को मृत समझकर तीनों आरोपी भाग रहे थे। इसी दौरान इंस्पेक्टर एसएन मण्डल व थानेदार मिनकेतन कुमार ने दलबल के साथ तीनों को खदेड़कर पकड़ लिया। टांगी भी जब्त कर ली। सूचना पर एसडीपीओ सुरेश कुमार यादव घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली।