चंपाई सोरेन मंत्रिमंडल का विस्‍तार, बसंत सोरेन को बड़ी जिम्‍मेदारी, भाभी सीता सोरेन आउट, नाराज विधायक उठाने जा रहे ये कदम

झारखंड
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रांची। शुक्रवार यानी 16 फरवरी 2024 झारखंड में चंपाई सोरेन की सरकार ने आज आखिरकार अपने मंत्रिमंडल का विस्‍तार कर ही दिया। इसमें तीन नए चेहरों को शामिल किया गया है। कैबिनेट में बसंत सोरेन, बैद्यनाथ राम और दीपक बिरुआ को जगह दी गई है। इनके नाम भी राजभवन को भेज दिए गए हैं। 

चंपई की कैबिनेट में कांग्रेस कोटे से मंत्रियों में कोई फेरबदल नहीं किया गया है। झामुमो कोटे से मिथिलेश ठाकुर, बेबी देवी, हफीजुल हसन तथा कांग्रेस कोटे से रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता तथा बादल मंत्री बनेंगे।

इस बार सीएम को मिलाकर कुल 12 मंत्री होंगे, जबकि पहले 11 ही होते थे। बैद्यनाथ राम 12वें मंत्री होंगे। बैद्यनाथ राम भाजपा की सरकार में भी रह चुके हैं मंत्री, जबकि जोबा मांझी की जगह दीपक बिरुआ को जगह दी गई है।

राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन राजभवन के बिरसा मंडप में अपराह्न चार बजे आयोजित होने वाले समारोह में मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। इनमें से कांग्रेस के आलमगीर आलम तथा राजद के सत्यानंद भोक्ता मंत्री पद की शपथ पहले ही ले चुके हैं। 

पश्चिम सिंहभूम जिले से झारखंड मुक्ति मोर्चा के कद्दावर नेता सह सदर चाईबासा विधायक दीपक बिरुआ के मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद चाईबासा में जश्न का माहौल है। कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर जश्न मनाया। मिठाईयां बांटी।

बताते चलें कि, चाईबासा विधायक दीपक बीरूवा को मंत्री बनाने को लेकर कई दिनों से कयास लगाए जा रहे थे। विधायक दीपक बिरुआ झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट से लगातार तीन बार विधायक रहे हैं।

2019 में जब हेमंत सोरेन की सरकार बनी थी, तब भी यह कयास लगाए जा रहे थे कि चाईबासा के विधायक दीपक बिरुआ को मंत्रिमंडल में स्थान मिलेगा, मगर किसी कारणवश उन्हें यह स्थान प्राप्त नहीं हुआ था।

मगर आज जैसे ही मंत्रिमंडल में उनके नाम की चर्चा हुई लोगों में उत्साह देखने को मिला। लोगों ने खुलकर मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के निर्णय का स्वागत किया। चाईबासा के विधायक दीपक बिरुआ ने कॉलेज में पढ़ाई के समय से ही राजनीति में अपनी पैठ जमाये हुए थे।

इधर मंत्रिमंडल में पुराने चेहरों को रखने पर कांग्रेस विधायकों ने आपत्ति जताई है। दीपिका पांडेय सिंह, कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह, इरफान अंसारी, अंबा प्रसाद, नमनविक्सल कोनगाड़ी, रामचन्द्र सिंह, भूषण बाड़ा, राजेश कच्छप, पूर्णिमा नीरज सिंह और सोनाराम सिंकू ये सभी विधायक एकजुट होकर दिल्‍ली जाने की तैयारी कर रहे हैं। कुल 11 विधायक एकजुट हुए हैं। इनकी मांग बजट सत्र के बाद मंत्रिमंडल का विस्‍तार करने की है।