राजस्थान। गुरुवार को राजस्थान से बड़ी खबर आ रही है, जहां अपनी ही बीजेपी सरकार के खिलाफ एबीवीपी कार्यकर्ता सड़क पर उतर गए हैं। आइए जानें वजह…राजस्थान में ‘डबल इंजन’ की सरकार बने लगभग ढाई महीने बीतने के बाद भी आपराधिक मामलों पर लगाम नहीं लग पा रही है।
यही कारण है कि बिगड़ी क़ानून व्यवस्था का मुद्दा एक बार फिर उठने लगा है। पर हैरत की बात ये है कि इस मुद्दे को विपक्ष में बैठी कांग्रेस के बजाए सत्तारूढ़ भाजपा का ही छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) पुरज़ोर तरीके से उठाने लगा है।
नौबत तो यहां तक आ गई है कि एबीवीपी कार्यकर्ताओं को अपनी ही सरकार के खिलाफ ना सिर्फ सड़कों पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन करना पड़ रहा है, बल्कि प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरू करने को लेकर भी चेताया जा रहा है।
एबीवीपी की जयपुर प्रांत इकाई के बुधवार को हुए एक प्रदर्शन ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। राजस्थान यूनिवर्सिटी गेट पर हुए इस प्रदर्शन में शामिल पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने सरकार और पुलिस विरोधी नारे लगाए। ये प्रदर्शन एबीवीपी की राजस्थान विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष रोहित मीणा और महानगर मंत्री ट्विंकल की मौजूदगी में हुआ।
एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने भाजपा के सत्ता में आने के बाद भी आपराधिक घटनाएं नहीं रुक पाने को लेकर नाराज़गी जताई। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि जिस बिगड़ी क़ानून व्यवस्था को सुधारने का वादा करके सरकार सत्ता में आई है, आखिर इस व्यवस्था में बदलाव क्यों नहीं आ रहा है।
राजस्थान विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष रोहित मीणा ने कहा कि बीते कुछ दिनों से हर दिन जघन्य वारदातों की घटनाएं सामने आ रही हैं। खासतौर से महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले थम नहीं रहे हैं। आपराधिक तत्व बेख़ौफ़ हैं और सरकार का पुलिस तंत्र विफल हो रहा है। ऐसे में एबीवीपी का कार्यकर्ता निराश और हताश हैं। पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए संगठन आगे भी सरकार का ध्यान इसी तरह से खींचेगा।
एबीवीपी महानगर मंत्री ट्विंकल ने कहा कि हम पूछना चाह रहे हैं कि क्या सरकार सो रही है? आये दिन गैंग रेप और महिलाओं के साथ अन्य तरह की ज़्याददतियां हो रही हैं। सरकार बदलने के बाद भी उनमें असुरक्षा की भावना है। ऐसा ही हाल रहा, तो एबीवीपी प्रदेश स्तर पर आंदोलन शुरू करके सरकार का ध्यान जनहित से जुड़े इस मुद्दे पर सामने लाएगी।