कोलकाता। पश्चिम बंगाल से बड़ी खबर आ रही है। ईडी ने राशन घोटाले मामले में शनिवार को बड़ी कार्रवाई की है। मामले में टीमसी नेता को गिरफ्तार किया है। बता दें कि, पश्चिम बंगाल में राशन वितरण घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने कल छापेमारी की थी। इस दौरान जांच एजेंसी की टीम पर भी हमला हुआ।
अब खबर आ रही हैं कि टीएमसी के पूर्व बोंगगांव नगरपालिका अध्यक्ष शंकर आद्या को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। ईडी ने शुक्रवार को उनके ससुराल में छापा मारा था। आद्या को पश्चिम बंगाल के पूर्व खाद्य मंत्री ज्योति प्रिय मल्लिक का करीबी माना जाता है।
बताते चलें कि, कल ईडी की टीम पर उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में हमला हुआ था। ईडी ने अपने बयान में कहा कि 800 से 1000 की भीड़ ने ईडी के जांच अधिकारियों को घेर लिया। ईडी ने दावा किया कि भीड़ अधिकारियों को मारने के लिए वहां पहुंची थी।
यह घटना तृणमूल एक दूसरे नेता संदेशखाबी के घर की तलाशी के दौरान घटी। आपको यह भी बता दें कि भीड़ ने ईडी अधिकारियों के पास से लैपटॉप और मोबाइल भी छीन लिए। कई अधिकारियों के वॉलेट के पैसे भी चोरी हो गए। कारों में भी तोड़फोड़ की गई।
बता दें कि, ईडी के अधिकारी दो टीमों में बंटकर राशन भ्रष्टाचार की जांच करने निकले थे। सुबह में एक टीम बनगांव नगर पालिका के पूर्व पूर्व चेयरमैन शंकर आद्या के ससुराल पहुंची। दूसरा समूह संदेशखाली के सरबेरिया के तृणमूल नेता शाहजहां शेख के घर गया। ईडी ने अपने बयान में कहा कि शाहजहां शेख के मोबाइल फोन का टावर लोकेशन देखा गया, तो वह उस वक्त घर पर ही थे।
ईडी के अधिकारियों ने जब घर का ताला तोड़ने की कोशिश की, तभी 800 से 1000 लोगों की भीड़ ने ईडी अधिकारियों को घेर लिया। वे लाठी-डंडों और ईंटों के साथ दिखाई दिए। कई अधिकारी भाग गये और उन पर भीड़ ने हमला कर दिया।