TMC सांसद उड़ाते रहे उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ का मजाक, राहुल बनाते रहे वीडियो, देखिए

नई दिल्ली देश
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नई दिल्ली। चंद लोगों की वजह से राजनीति बदनाम हो गयी है। ऐसी बात नहीं है कि, यहां अच्छे लोग नहीं हैं, पर बुरे लोगों की मौजूदगी से ये भी शक की नजर से देखे जा रहे हैं। आइए जानते हैं पूरा मामला…

बता दें कि, लोकसभा में बीते हफ्ते हुई सुरक्षा में भारी चूक को लेकर संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के सदस्य गृहमंत्री अमित शाह के विस्तृत बयान की मांग कर रहे हैं। इसकी वजह से संसद की कार्यवाही बाधित हो रही है।

सोमवार को लोकसभा में इस मांग को लेकर हंगामा कर रहे 33 सांसदों को लोकसभा अध्यक्ष ने निलंबित कर दिया, जबकि राज्यसभा से 34 सांसदों को निलंबित किया गया। जिसके बाद विपक्ष के सदस्य सरकार पर निशाना साध रहे हैं। विपक्ष ने कहा कि संसद को सरकार भाजपा का मुख्यालय समझ रही है।

वहीं, मंगलवार को सुबह विपक्ष के नेताओं ने सदन के गेट का घेराव किया और सांसदों के निलंबन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री कर उनका मजाक उड़ाया। इस दौरान विपक्ष के नेता हंसते दिखे और राहुल गांधी इस दृश्य को अपने फोन के कैमरे में कैद करते नजर आए।

टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी कहते हैं, “मेरी रीढ़ बहुत सीधी है, मैं बहुत लंबा हूं।”इस वाकया के बाद राज्यसभा सभापति धनखड़ का बयान सामने आया है। उन्होंने इस घटना पर खेद व्यक्त करते हुए कहा- यह बेहद शर्मनाक है।

धनखड़ ने राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा, “राज्यसभा के सभापति का कार्यालय और अध्यक्ष का कार्यालय बहुत अलग है। राजनीतिक दलों के अपने-अपने अंतर्विरोध होंगे, उनके बीच आदान-प्रदान होगा, लेकिन कल्पना कीजिए कि आपकी पार्टी का एक वरिष्ठ नेता किसी अन्य पार्टी के किसी अन्य सदस्य की वीडियो ग्राफी कर रहा है।” उन्होंने आगे कहा,”सभापति की नकल, स्पीकर की नकल। कितना हास्यास्पद, कितना शर्मनाक, कितना अस्वीकार्य है।”

भारतीय जनता पार्टी ने अपने एक्स अकाउंट पर इस वाकया का वीडियो शेयर कर विपक्ष पर हमला बोला है। भाजपा ने अपने पोस्ट में लिखा, “अगर देश सोच रहा है कि विपक्षी सांसदों को निलंबित क्यों किया गया, तो इसका कारण यहां है।

टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने माननीय उपराष्ट्रपति का मजाक उड़ाया, जबकि राहुल गांधी ने आगे बढ़कर उनका समर्थन किया। कोई कल्पना कर सकता है कि वे सदन के प्रति कितने लापरवाह और उल्लंघनकारी रहे हैं!