नई दिल्ली। ‘इंडिया’ गठबंधन में दरार आ गयी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता ने 6 दिसंबर की होने वाली बैठक में शामिल होने से इंकार कर दिया है। बता दें कि, राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ में बीजेपी को मिली जीत और कांग्रेस पार्टी की हार के बाद इंडिया गठबंधन में विरोध के सुर तेज हो गए हैं।
6 दिसंबर को प्रस्तावित बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शामिल होने से इनकार कर दिया है। बैठक में नहीं शामिल होने के सवाल पर ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे इंडिया गठबंधन की होने वाली बैठक के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इस बैठक के बारे में मुझे कोई सूचना नहीं मिली।
किसी ने मुझे इस बारे में नहीं बताया और ना ही मुझे फ़ोन कर सूचित किया गया। अगले छह से सात दिन उत्तरी बंगाल में एक कार्यक्रम में मुझे शामिल होना है। आगे बताया कि उन्होंने अन्य योजनाएं भी बनाई हैं। ऐसे में अगर अब वे मुझे बैठक में शामिल होने के लिए बुलाते हैं, तो मैं अपनी योजनाएं कैसे बदल सकती हूं?
बताते चलें कि, कांग्रेस पार्टी को उम्मीद थी कि एमपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में बीजेपी को हराने के बाद इंडिया गठबंधन में उनकी बारगेनिंग पॉवर बढ़ जाएगी।
फिर उप्र, बंगाल, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में जहां लोकसभा की सीटों की संख्या ज्यादा है, वहां मनमुताबिक सीट पर चुनाव लड़ेंगे। लेकिन मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने प्रंचड जीत हासिल कर जीत की हैट्रिक लगा दी।
115 सीटों के साथ बीजेपी ने राजस्थान में दमदार जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस को यहां महज 69 सीटों पर संतोष करना पड़ा। वहीं, अन्य के खाते में भी 15 सीटें आईं।
बात एमपी की करें, तो यहां बीजेपी 163 सीटों के प्रचंड बहुमत के साथ एक बार फिर सरकार बनाएगी, जबकि कांग्रेस 66 सीटों पर ही सिमट कर रह गयी। जिस राज्य ने कांग्रेस को सबसे ज्यादा चौंकाया वो है छत्तीसगढ़। यहां की बात करें, तो बीजेपी 54 सीटों के साथ सत्ता परिवर्तन करने में कामयाब रही, जबकि कांग्रेस को सिर्फ 35 सीटों से संतोष करना पड़ा।
बता दें कि, लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बीजेपी, पीएम मोदी और एनडीए का मुकाबला करने के लिए नीतीश कुमार ने कांग्रेस, टीएमसी, राजद, आप, सपा, डीएमके समेत 26 विपक्षी दल को साथ लाने का प्रयास किया था। दो बैठक होने के बाद इन विपक्षी दलों के गठबंधन को ‘इंडिया’ नाम दिया।
गठबंधन की पहली बैठक पटना में, दूसरी बैठक बेंगलुरु और तीसरी बैठक मुंबई में आयोजित की गई थी। 3 दिसंबर को जब चुनाव परिणाम आ रहे थे, तब खड़गे ने चौथी बैठक दिल्ली में 6 दिसंबर को बुलाई।
अब सभी की नजरें छह दिसंबर की इसी बैठक पर लगी है कि क्या ममता के बाद अखिलेश भी इस बैठक से खुद को दूर रखने का निर्णय लेते हैं। क्योंकि मप्र में उन्हें भी कांग्रेस ने पांच सीट देने से मना कर दिया था।