नई दिल्ली। सुख के सब साथी, दुख में न कोय…यह बात यहां सत्य प्रतीत हो रही है। कांग्रेस ने पार्टी के राज्य सभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू से जुड़े कुछ परिसरों से 300 करोड़ नकदी की बारामदगी के बाद शनिवार को कहा कि उसका साहू के कारोबार से कोई लेना-देना नहीं है, तथा इस मामले पर उन्हें ही अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “सांसद धीरज साहू के व्यवसाय से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का कोई लेना-देना नहीं है। सिर्फ़ वही बता सकते हैं और उन्हें यह स्पष्ट करना भी चाहिए कि कैसे आयकर अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर उनके ठिकानों से इतनी बड़ी मात्रा में नकद बरामद किया जा रहा है।”
अधिकारियों ने बताया कि बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड और उससे जुड़ी संस्थाओं के खिलाफ आयकर विभाग के छापे में अब तक भारी मात्रा में नकदी बरामद की गई है। ये छापे साहू से जुड़े परिसरों में भी मारे गए हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को कहा कि जब्त की गई रकम 300 करोड़ से ऊपर पहुंचने की उम्मीद है, जो किसी भी एजेंसी द्वारा एक ही अभियान में बरामद किए गए काले धन का ‘‘अब तक का सबसे बड़ा भंडार” होगा।
बताते चलें कि, यह नकदी ओडिशा और झारखंड में धीरज साहू से जुड़े कई ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान बरामद की गई थी। पड़ोसी राज्यों में साहू के परिसरों पर छापेमारी बुधवार को शुरू हुई।
इस मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने झारखंड कांग्रेस से रिपोर्ट भी तलब की है। इस मामले के बाद कांग्रेस पूरी तरह से बैकफुट पर नजर आ रही है। जयराम रमेश के बयान के बाद अब कांग्रेस इस पूरे प्रकरण से अपने को बचाने की कोशिश में जुट गई है।
वहीं, इतनी भारी रकम बरामद होने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। कथित वीडियो में देखा जा सकता है कि अलमारियों में नोटों के बंडल रखे हैं। अलमारियां नोटों के बंडलों से भरी पड़ी हैं। नीचे रखे बैग्स भी नोटों से भरे पड़े नजर आ रहे हैं।