BCCL : मधुबंद वाशरी का वाणिज्यिक परिचालन शुरू, क्षमता 5 एमटीपीए

झारखंड
Spread the love

  • इस्पात क्षेत्र में कोकिंग कोल आपूर्ति को और बढ़ाने का प्रयास

धनबाद। भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (BCCL) ने अत्याधुनिक 5 मिलियन टन प्रतिवर्ष (एमटीपीए) मधुबंद वाशरी का वाणिज्यिक परिचालन शुरू किया। इस वॉशरी ने बीसीसीएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक समीरन दत्ता की उपस्थिति और मार्गदर्शन में 29 नवंबर, 2023 को वाणिज्यिक परिचालन शुरू किया है।

इस वाशरी का औपचारिक उद्घाटन केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी द्वारा मार्च 2022 में किया गया था। इसके बाद, इसकी परिचालन दक्षता सुनिश्चित करने के लिए इसके कठिन लोड परीक्षण, ट्रायल रन और प्रदर्शन गारंटी परीक्षण (पीजीटी) आयोजित किए गए हैं।

प्रौद्योगिकी रूप से उन्नत यह वॉशरी अपनी लॉजिस्टिक दक्षता और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के लिए भारत में एक सबसे बड़ी कोकिंग कोल वाशरी के रूप में अपनी स्थिति मजबूत कर रही है। यह कोकिंग कोल वॉशरी देश के इस्पात क्षेत्र को अधिक धुले हुए कोकिंग कोयले की आपूर्ति करने में सक्षम होकर आत्मनिर्भर भारत के विज़न के लिए उत्प्रेरक के रूप में काम करेगी। इससे कोकिंग कोयले के आयात के माध्यम से विदेशी मुद्रा के बाहय-प्रवाह को कम करने में मदद मिलेगी।

इस वाशरी में वाणिज्यिक उत्पादन शुरू होने की शुरुआत भारत में कोकिंग कोयले के आयात प्रतिस्थापन की दिशा में बीसीसीएल के निरंतर प्रयासों को दर्शाती है। यह आयातित कोकिंग कोयले की बढ़ती कीमतों के कारण इस्पात उद्योग के सामने आने वाली मौजूदा चुनौतियों को देखते हुए एक बहुत महत्वपूर्ण कदम है। इसके अलावा, यह पहल प्रतिस्पर्धी मूल्यों पर स्वदेशी धुले कोकिंग कोयले की आपूर्ति बढ़ाकर आयात प्रतिस्थापन का लक्ष्य हासिल करने के अनुरूप है, जिससे अर्थव्यवस्था के विकास की गति बढ़ेगी।

यह वाशरी इस्पात क्षेत्र को लगातार गुणवत्ता युक्त धुले हुए कोकिंग कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित करती है। इससे उन्नत धुलाई प्रक्रियाओं के माध्यम से हमारे सीमित कोकिंग कोयला भंडार के कुशल उपयोग में मदद मिलेगी।

खबरें और भी हैं। इसे आप अपने न्‍यूज वेब पोर्टल dainikbharat24.com पर सीधे भी जाकर पढ़ सकते हैं। नोटिफिकेशन को अलाउ कर खबरों से अपडेट रह सकते हैं। सुविधा के अनुसार खबरें पढ़ सकते हैं। आपका अपना न्‍यूज वेब पोर्टल से फेसबुक, इंस्‍टाग्राम, X सहित अन्‍य सोशल मीडिया के साथ सीधे गूगल पर जाकर भी जुड़ सकते हैं। अपने सुझाव या खबरें हमें dainikbharat24@gmail.com पर भेजें।