भारतीय मूल के 2 वैज्ञानिकों को अमेरिका में मिला सर्वोच्च सम्मान, राष्ट्रपति जो बाइडन ने सौंपा मेडल

नई दिल्ली देश
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नई दिल्ली। भारत का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है। भारतीयों की प्रतिभा का लोहा कई देशों समेत सुपर पावर अमेरिका भी मान चुका है। वहां व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडन ने दो भारतीय अमेरिकी वैज्ञानिकों, अशोक गाडगिल और सुब्रा सुरेश को नेशनल टेक्नोलॉजी और इनोवेशन मेडल से सम्मानित किया।

यह अमेरिका में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उपलब्धि के लिए सर्वोच्च सम्मान है। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने मंगलवार को गाडगिल और सुरेश को पदक से सम्मानित किया।

वहीं सुब्रा सुरेश एक भारतीय मूल के अमेरिकी बायोइंजीनियर, मटीरियल साइंटिस्ट और एकेडमिक हैं। इसके अलावा वह एक प्रोफेसर एमेरिटस और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की पूर्व डीन भी रह चुके हैं।

उनका शोध इंजीनियरिंग, भौतिक विज्ञान, जीवन विज्ञान और चिकित्सा के अंतर्संबंध पर केंद्रित है। वह एमआईटी के पांच स्कूलों में से किसी का नेतृत्व करने वाले पहले एशियाई मूल के प्रोफेसर थे।

मुंबई में जन्मे सुरेश ने आईआईटी मद्रास से बीटेक की डिग्री पूरी की। बाद में, उन्होंने आयोवा स्टेट यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री और कैम्ब्रिज में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी प्राप्त की।

अशोक गाडगिल, वर्तमान में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कले में प्रोफेसर और लॉरेंस बर्कले नेशनल लेबोरेटरी के एक वरिष्ठ साइंटिस्ट के रूप में कार्यरत हैं। वह एक प्रसिद्ध आविष्कारक और इनोवेटर हैं।

उनका काम विकासशील देशों में स्वच्छ पानी, ऊर्जा दक्षता और स्वच्छता तक पहुंच में सुधार के लिए सस्ती और प्रभावी टेक्नोलॉजी के विकास पर केंद्रित है। गाडगिल का जन्म मुंबई में हुआ था।

उन्होंने मुंबई यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर (IIT Kanpur) से पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। इसके अलावा, उन्होंने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कले से फिजिक्स में एमएससी और पीएचडी की डिग्री हासिल की।

व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा, नेशनल मेडल ऑफ टेक्नोलॉजी उन व्यक्तियों को दिया जाता है, जो अपने उत्कृष्ट योगदान के लिए विशेष मान्यता के पात्र हैं।

बयान में कहा गया है, इन अग्रणी लोगों ने चुनौतीपूर्ण समस्याओं से निपटने और अमेरिकियों और दुनिया भर के समुदायों के लिए अभिनव समाधान प्रदान करने के लिए साइंस और टेक्नोलॉजी की शक्ति का उपयोग किया है।