उज्जैन रेप केस: मुख्य आरोपी ऑटो चालक गिरफ्तार, तीन दिन से था फरार, जानिए हैवानियत की पूरी कहानी

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मध्य प्रदेश। इंसान को अपने गुनाहों की सजा भुगतनी पड़ती है। मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में करीब 12 साल की बच्ची से दरिंदगी के मामले में तीन दिन बाद आरोपी ऑटो ड्राइवर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

जांच के दौरान ऑटो में खून के निशान मिले हैं। ऑटो ड्राइवर का नाम भरत सोनी है। पुलिस ने ड्राइवर के साथ ही तीन अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है। हालांकि, गिरफ्तार आरोपी ड्राइवर भरत सोनी दुष्कर्म की बात से इनकार कर रहा है। उज्जैन के एसपी सचिन शर्मा ने इसकी पुष्टि की है।

उन्होंने बताया, मामला सामने आने के बाद ही हमने SIT बना दी थी। पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। पीड़िता उज्जैन की रहने वाली है। ऑटो वाले को बच्ची अकेले मिली थी। एसपी ने बताया, बच्ची स्पेशल चाइल्ड है। वह अपने गांव और जिले का नाम बताने में सक्षम नहीं है।

आपको बता दें कि, बच्ची 25 सितंबर को बदहवास हालत में महाकाल थाना इलाके में दांडी आश्रम के पास मिली थी। उसके कपड़े खून से सने हुए थे। प्राइवेट पार्ट से खून निकल रहा था। बच्ची आधे-अधूरे कपड़ों में सांवराखेड़ी सिंहस्थ बाइपास की कॉलोनियों में ढाई घंटे तक भटकती रही। इसके सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने खोजे हैं, वह पूरे आठ किलोमीटर चलती गई। 

एसपी सचिन शर्मा के मुताबिक, बच्ची अपने घर से निकलकर ट्रेन से उज्जैन पहुंची थी। वह सोमवार तड़के तीन बजे उज्जैन रेलवे स्टेशन पर उतरी। यहां उसने एक ऑटो ड्राइवर से कुछ बात की। सुबह पांच बजे तक बच्ची अलग-अलग ऑटो ड्राइवर के साथ सीसीटीवी फुटेज में नजर आई है।

उज्जैन में पुलिस ने 12 साल की मासूम से दुष्कर्म मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वह 38 वर्षीय ऑटो चालक है, जिसने 24 सितंबर की रात को बच्ची के साथ गलत काम किया था। जब पुलिस सीन रीक्रिएट करने गई थी, तब आरोपी ने भागने की कोशिश की और सीमेंटेड रोड पर गिर गया। इससे उसके पैर में चोट लगी है और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसे पकड़ने गए दो पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं।

उज्जैन में 24 सितंबर की रात सतना के जैतपुरा थाना क्षेत्र से गुम हुई 12 साल की मासूम के साथ दुष्कर्म हुआ था। 25 सितंबर की सुबह वह करीब ढाई घंटे तक फटे कपड़ों में बदहवास यहां-वहां घूमती रही। पुलिस ने उसका मेडिकल कराया, तो दुष्कर्म की पुष्टि हुई थी।

इंस्पेक्टर अजय कुमार ने बताया कि नानाखेड़ा इलाके में रहने वाले 38 वर्षीय ऑटो चालक भरत सोनी को गिरफ्तार किया गया है। उसके ऑटो से खून के धब्बे मिले हैं। फॉरेंसिक जांच की जा रही है। आज पुलिस भरत सोनी को लेकर जीवनखेड़ी के पास सीमेंटेड रोड पर ले गई थी। वहां से लड़की के फटे कपड़े बरामद करने थे और फॉरेंसिक सबूत जुटाए जा रहे थे।

इसी दौरान भरत ने भागने की कोशिश की। पुलिसकर्मी भी उसके पीछे दौड़े। तब सीमेंटेड रोड पर गिरने से भरत के पैर में चोट लगी है। उसे जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। लड़की का इंदौर के अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसकी स्थिति में सुधार है। सतना पुलिस भी इस मामले में जांच के लिए उज्जैन पहुंच गई है।

एक अन्य ऑटो चालक राकेश मालवीय पर घायल बालिका के संबंध में पुलिस को सूचना न देने के आरोप में आईपीसी की धारा 166-ए के तहत कार्रवाई की गई है। 25 सितंबर की सुबह लड़की बदहवास हालत में मिली थी, उसके कपड़े फटे हुए थे।

ढाई घंटे तक वह मदद की तलाश में भटकती रही। तब दंडी आश्रम में आचार्य राहुल शर्मा ने उसे देखा। राहुल का कहना है कि उसने लड़की को देखा, तब उसने सिर्फ ऊपर कपड़े पहने थे। नीचे के कपड़े थे ही नहीं। उन्होंने अपने अंगवस्त्र को उसे पहनने दिया। नाश्ता कराया, चाय पिलाई। फिर पुलिस को सूचना देकर बुलाया।

पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया। उसकी हालत ठीक नहीं थी। उसके प्राइवेट पार्ट में चोट लगी थी। उसे इंदौर रेफर किया गया। इंदौर के अस्पताल में उज्जैन के आरक्षकों ने भी उसे खून दिया, अब उसकी सेहत में सुधार है।

पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती लड़की की पहचान की थी। वह अपने और अपने परिवार के बारे में जानकारी नहीं दे पा रही थी। घटना के बारे में भी वह बताने की स्थिति में नहीं थी। पीड़िता की पहचान के लिए आसपास के जिलों और राज्यों की पुलिस की मदद भी ली गई। गुरुवार सुबह यह पता चला कि लड़की सतना की रहने वाली है। जैतपुरा थाना में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज थी।

उज्जैन एसपी सचिन शर्मा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी बनाई। आरोपी के बारे में जानकारी देने वाले को 10 हजार रुपये के इनाम की घोषणा भी की। इसके बाद भी न तो आरोपी के बारे में और न ही लड़की के बारे में कोई सुराग लग रहा था।

गुरुवार सुबह पुलिस को तब सफलता मिली, जब मुखबिर ने सूचना दी कि लड़की को ऑटो चालक भरत सोनी से बातचीत करते देखा गया था। पुलिस ने भरत सोनी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। सख्ती करने पर उसने अपराध कबूल कर लिया। उसके ऑटो में पुलिस को खून के धब्बे भी मिले हैं।

पुलिस जब लड़की के कपड़े के टुकड़े जुटाने और घटनाक्रम को रीक्रिएट करने के लिए गई, तो जीवनखेड़ी में उसने भागने की कोशिश की। पुलिस ने उसे धर दबोचा। घटना सामने आने और आरोपी को पकड़ने में 72 घंटे का वक्त लग गया। 

लड़की सतना से उज्जैन क्यों आई? कैसे आई? यह कुछ ऐसे सवाल हैं, जिनके जवाब तलाशे जा रहे हैं। लड़की अब तक बयान देने की स्थिति में नहीं है। उसके बयानों से इन सवालों के जवाब मिल सकेंगे। पुलिस ने इस मामले में एक हजार से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं। एक फुटेज में उसे बस स्टैंड पर ऑटो वाले से बात करते देखा गया है। फिर यह बात भी सामने आई कि उसने कुछ ऑटो बदले भी थे। वह कहां जाने को निकली थी, अब तक यह पता नहीं चल सका है।

पत्रकार वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि आरोपी भरत के खिलाफ माधव नगर थाने में वर्ष 2019 में भारतीय दंड विधान की धारा 279, 337 के तहत प्रकरण दर्ज है। जबकि नानाखेड़ा थाना में वर्ष 2022 में धारा 294, 323, 506, 34 के तहत भी अपराध दर्ज है।