नई दिल्ली। बड़ी खबर यह आ रही है कि, राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) ने गैंगस्टर और खालिस्तानी गठजोड़ के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। जांच एजेंसी ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली NCR, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में करीब 51 ठिकानों पर छापेमारी की है।
NIA ने आतंकवादियों, गैंगस्टरों और ड्रग्स डीलर्स के बीच सांठगांठ से जुड़े 3 केस में ये कार्रवाई की है। NIA की ये कार्रवाई ऐसे वक्त पर चल रही है, जब खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा और भारत के बीच तनाव चल रहा है।
सबसे ज्यादा पंजाब में 30 जगहों पर NIA की टीम मौजूद है। वहीं, राजस्थान में 13, हरियाणा में 4, उत्तराखंड में 2, दिल्ली-NCR और यूपी में 1-1 जगह छापेमारी चल रही है। NIA सूत्रों के मुताबिक, विदेशों में बैठे खालिस्तानी और गैंगस्टर भारत में ग्राउंड वर्कर को हवाला चैनल से ड्रग्स और हथियार के लिए फंडिंग कर रहे हैं। गैंगस्टर-खालिस्तानियों की इसी फंडिंग चेन को खत्म करने के लिए NIA का एक्शन चल रहा है।
NIA ने जिन 51 ठिकानों पर छापेमारी की है, वे लॉरेंस बिश्नोई, बंबिहा गैंग और अर्श डल्ला गिरोह के सदस्यों से जुड़े हैं। दिल्ली में भीमा थाना रोड़ी में NIA की टीम पहुंची है। यहां यादविंदर उर्फ जशनप्रीत के घर पर रेड चल रही है। यादविंदर बाउंसर है, जो भाना सिधु यूट्यूबर के साथ रहता है। यादविंदर के खाते में विदेश से फंडिंग हुई है, उसके फोन से विदेश में भी बात हुई है।
NIA ने जांच में खालिस्तान- ISI और गैंगस्टर नेक्सस पर कई इनपुट्स जुटाए हैं। अभी तक गिरफ्तार हुए गैंगस्टर और खालिस्तानियों से पूछताछ में भी सामने आया है कि गैंगस्टर -खालिस्तानी नेक्सस का इस्तेमाल टेरर फंडिग, हथियार सप्लाई के साथ-साथ विदेशी धरती से देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया जा रहा है। NIA ने अब विदेशी धरती से चल रहे खालिस्तानी और गैंगस्टर के समर्थकों पर बड़ा प्रहार करना शुरू कर दिया है।
NIA की ये कार्रवाई ऐसे वक्त पर हो रही है, जब खालिस्तान के मुद्दे पर भारत और कनाडा के बीच तल्खी काफी बढ़ गई है। दरअसल, कनाडा में जून में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
हाल ही में कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर को कनाडाई नागरिक बताते हुए उसकी हत्या में भारत के एजेंट्स का हाथ बताया था। इसके बाद कनाडा ने भारतीय राजनयिक को भी निष्कासित कर दिया था।
वहीं, भारत ने इन आरोपों को बेतुका और प्रेरित बताया। साथ ही जवाबी कार्रवाई करते हुए नई दिल्ली में कनाडा के राजनयिक को निष्कासित कर दिया था। साथ ही भारत ने कनाडा के लोगों के लिए वीजा सेवा पर भी रोक लगा दी है।