दिल्‍ली में स्वतंत्रता दिवस समारोह का हिस्सा बनेंगे बीएयू समर्थित पांच एफपीओ के सदस्य, जानें उनके बारे में

झारखंड
Spread the love

रांची। दिल्ली के लाल किले में आयोजित 76वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) समर्थित पांच किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) के सदस्य भाग लेंगे। बीएयू (रांची) और आईसीएआर-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक के संयुक्त सहयोग से समर्थित झारखंड के रांची जिले में चार और गुमला जिले में एक एफपीओ कार्यरत है।

बीएयू के कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने सभी एफपीओ सदस्यों को शुभकामनाएं दी है। इसे झारखंड के किसानों के लिए बेहद खास अवसर बताया और एफपीओ के माध्यम से राज्य के किसानों की समृद्धि को बढ़ावा मिलने की बात कही है।

बीएयू और एनआरआरआई, कटक ने 76वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने के लिए पांच एफपीओ के 7 सदस्यों को नामित किया है। इनमें रांची जिले के कांके ब्लाक 4 एस4आर एफपीसी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राजेन्द्र महतो एवं उनकी पत्नी शारदा देवी, मांडर ब्लाक 4एस 4आर एफपीसी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक गंदुरा उरांव एवं उनकी पत्नी आरती भगत, नामकुम ब्लाक 4एस 4आर एफपीसी लिमिटेड के निदेशक अंजली लकड़ा, लापुंग ब्लाक 4 एस 4आर एफपीसी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अजय साहू तथा गुमला जिले के भरनो ब्लाक 4 एस 4आर एफपीसी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक देवी चरण गोप शामिल है।

कांके प्रखंड निवासी राजेन्द्र महतो बताते है कि उनके संगठन से 301 किसान जुड़े है और 167 किसान शेयर धारक है। इसका ई – नाम, ब्लाक चैन एवं जीएसटी में निबंधन हो चुका है। बीज एवं उर्वरक का लाइसेंस भी प्राप्त है। अबतक किसानों से 1.67 लाख शेयर राशि एकत्रित की गयी है। संगठन द्वारा मुख्यतः अमरुद की खेती को बढ़ावा दिया जायेगा।

मांडर प्रखंड निवासी गंदुरा उरांव बताते है कि उनके संगठन से 303 किसान शेयर धारक हैं। इसका ई-नाम एवं ब्लाक चैन में निबंधन हो चुका है। उर्वरक का लाइसेंस प्राप्त हो गया है। अब तक किसानों से 3.03 लाख शेयर राशि एकत्रित की गयी है। संगठन द्वारा मुख्यतः मटर की खेती को बढ़ावा दिया जायेगा।

लापुंग प्रखंड निवासी अजय साहू बताते है कि उनके संगठन से 370 किसान जुड़े है और 170 किसान शेयर धारक है। इसका ई – नाम, ब्लाक चैन एवं जीएसटी में निबंधन हो चुका है। बीज एवं उर्वरक का लाइसेंस भी प्राप्त है। अबतक किसानों से 1.70 लाख शेयर राशि एकत्रित की गयी है। संगठन ने इस वर्ष 1.21 लाख मूल्य के धान बीज बेचे हैं। इस संगठन द्वारा मुख्यतः मधुमख्खी पालन को बढ़ावा दिया जायेगा।

नामकुम प्रखंड निवासी अंजली लकड़ा बताती है कि उनके संगठन से 322 किसान जुड़े है और 249 किसान शेयर धारक हैं। इसका ई – नाम, ब्लाक चैन एवं जीएसटी में निबंधन हो चुका है। बीज एवं उर्वरक का लाइसेंस भी प्राप्त है। अबतक किसानों से 2.49 लाख शेयर राशि एकत्रित की गयी है। संगठन ने 1.50 लाख मूल्य की धान बीज बिक्री की है। हमारे संगठन द्वारा मुख्यतः टमाटर की खेती को बढ़ावा दिया जायेगा।

गुमला जिले के भरनो प्रखंड निवासी देवी चरण गोप बताते है कि उनके संगठन से 395 किसान जुड़े है और 350 किसान शेयर धारक है। इसका ई – नाम, ब्लाक चैन एवं जीएसटी में निबंधन हो चुका है। बीज एवं उर्वरक का लाइसेंस भी प्राप्त है। अबतक किसानों से 3.50 लाख शेयर राशि एकत्रित की गयी है। संगठन द्वारा 2 लाख मूल्य के धान बीज बिक्री की गयी है। संगठन द्वारा मुख्यतः हरी मिर्च  की खेती को बढ़ावा दिया जायेगा।

सह परियोजना अन्वेंषक डॉ बीके झा ने बताया कि इस समारोह में पूरे देश के एफपीओ सदस्यों को हिस्सा बनने की पहल केंद्र सरकार द्वारा ‘जनभागीदारी’ के अपने दृष्टिकोण के अनुरूप की गई है।

परियोजना समन्यवयक अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि एफपीओ से जुड़े सभी सात सदस्य काफी उत्सुक एवं उत्साहित हैं। उनका मनोबल काफी बढ़ा है। उन्हें खुशी है कि सरकार ने उनके एफपीओ के काम को मान्यता दी है।

खबरें और भी हैं। इसे आप अपने न्‍यूज वेब पोर्टल dainikbharat24.com पर सीधे भी जाकर पढ़ सकते हैं। नोटिफिकेशन को अलाउ कर खबरों से अपडेट रह सकते हैं। सुविधा के अनुसार खबरें पढ़ सकते हैं।

आपका अपना न्‍यूज वेब पोर्टल से फेसबुक, इंस्‍टाग्राम, ट्वि‍टर सहित अन्‍य सोशल मीडिया के साथ सीधे गूगल पर जाकर भी जुड़ सकते हैं। अपने सुझाव या खबरें हमें dainikbharat24@gmail.com पर भेंजे।