पटना। सरकारी स्कूल और शिक्षकों की छुट्टी में भारी कटौती की गई है। चार महीने में 12 छुट्टी घटा दी गई है। इसका आदेश बिहार के शिक्षा विभाग ने 29 अगस्त, 2023 को जारी कर दिया है। इसके बाद वहां बवाल मच गया है। शिक्षक भड़क गए हैं।
जारी आदेश में कहा गया है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत प्राथमिक विद्यालयों (0-V) में कम-से-कम 200 दिन और मध्य विद्यालयों (VI-VIII) में कम-से-कम 220 दिनों के कार्यदिवस का प्रावधान है।
चुनाव परीक्षा, विधि-व्यवस्था त्योहार अनुष्ठान संबंधी आयोजन बाद, प्राकृतिक आपदाओं, विभिन्न प्रकार के आयोग की परीक्षाओं/भर्ती परीक्षाओं से उत्पन्न होने वाली स्थिति के कारण विद्यालयों का पठन-पाठन का कार्य प्रभावित हो जाता है।
साथ ही त्योहारों / अनुष्ठानों में विद्यालयों के बंद होने की प्रक्रिया में एकरूपता नहीं है। किसी त्योहार में किसी जिले में विद्यालय चल रहे होते हैं और उसी त्योहार में अन्य जिलों में विद्यालय बंद रहते हैं।
उपरोक्त भ्रम की स्थिति को दूर करते हुए विभाग द्वारा निर्णय लिया गया है। इसके मद्देजनर सभी राजकीय / राजकीयकृत / प्रारंभिक एवं माध्यमिक/ उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अवकाश एवं समय-सारणी में तारतम्यता लाने के उद्देश्य से वर्ष 2023 के बचे हुए दिनों के लिए अगला अवकाश रहेगा। विद्यालय बंद रहेंगे।
आदेश के मुताबिक इस साल सितंबर से दिसंबर के बीच सरकारी स्कूलों में त्योहार की छुट्टियां 23 से घटाकर 11 की गई है। दिवाली से लेकर छठ पूजा तक 9 दिनों की छुट्टी को घटाकर 4 दिन किया गया।
प्राईमरी से उच्च माध्यमिक स्कूलों में छुट्टियों में कटौती की गई है। सरकार के आदेश पर शिक्षक भड़क गए हैं। उन्होंने हिन्दू धर्म की भावनाओं से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है।
पत्र में कहा गया है कि चांद के दृष्टिगोचर होने के अनुसार अवकाश में परिवर्तन हो सकता है। यदि किसी जिले में विशेष परिस्थिति रहती है तो उस जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी विभाग से पूर्वानुमति लेकर अवकाश घोषित कर सकते हैं।
ये है छुट्टी
