नई दिल्ली। पूरा देश चंद घंटों के बाद देश का 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रिकॉर्ड लगातार दसवीं बार लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करेंगे। लालकिले के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। लाल किले पर 15 अगस्त को आयोजित होने वाला स्वतंत्रता दिवस समारोह कई मायनों में खास होने वाला है। इस बार यहां पीएम-किसान लाभार्थियों समेत देशभर के लगभग 1,800 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है।
यह पहल केंद्र सरकार के ‘जनभागीदारी’ दृष्टिकोण के अनुरूप की गई है। इन विशेष अतिथियों में 660 से अधिक वाइब्रेंट गांवों के 400 से अधिक सरपंच शामिल हैं। इसके अलावा, किसान उत्पादक संगठन योजना से जुड़े 250 किसान, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के 50-50 प्रतिभागी, नई संसद भवन समेत सेंट्रल विस्टा परियोजना के 50 श्रम योगी (निर्माण श्रमिक) और 50-50 खादी कार्यकर्ता इसमें शामिल हैं।
सीमा सड़क संगठन के कर्मियों और अमृत सरोवर परियोजनाओं और हर घर जल योजना परियोजनाओं में मदद करने वाले और काम करने वालों को भी स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने के लिए उनके जीवनसाथी के साथ आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा 50-50 प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, नर्स और मछुआरों का नाम भी सूची में शामिल हैं।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इनमें से कुछ विशेष अतिथि दिल्ली में अपने प्रवास के दौरान राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का दौरा करेंगे और रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से मुलाकात करेंगे। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि प्रत्येक राज्य/केंद्र शासित प्रदेश से 75 जोड़ों को उनकी पारंपरिक पोशाक में लाल किले पर समारोह देखने के लिए आमंत्रित किया गया है। सभी आधिकारिक निमंत्रण आमन्त्रण पोर्टल (www.aamantran.mod.gov.in) के जरिए ऑनलाइन भेजे गए हैं। इस पोर्टल के जरिए 17,000 ई-निमंत्रण कार्ड जारी किये गये हैं।