Bihar: समाजसेविका इनरो कुंवर की 115 की उम्र में निधन, शोक की लहर

बिहार देश
Spread the love

छपरा। इस दुनिया में कुछ सच हो न हो, लेकिन एक सच यह जरूर है कि जो इंसान इस धरती पर जन्म लिया है, उसे एक दिन मृत्यु की गोद में सोना है। लेकिन जब अपने प्रिय कोई इस दुनिया को छोड़कर चले जाते हैं, तो उनकी कमी जिंदगी भर खलती रहती है। यह एक दुःख की घड़ी होती है, जिसमें परिवार और खुद पर धीरज रखने की आवश्यकता होती है।

तभी तो कहते हैं…बिछड़ा कुछ इस अदा से कि रुत ही बदल गई

इक शख़्स सारे शहर को वीरान कर गया।

ईश्वर पवित्र आत्मा को शांति दें!

सारण जिले के छपरा मुफ्फसिल थाना के मकदुमगंज की समाजसेविका इनरो कुंवर का निधन 8 अगस्त की रात हो गया। इनके निधन की खबर सुन लोग सन्न रह गए। लोगों के दुखों में हमेशा खड़ी रहने वाली 115 वर्षीय इनरो कुंवर की अंतिम यात्रा में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। मकदुमगंज गंगा घाट पर वह पंचतत्व में विलीन हो गयीं।

उनके बेटे ललन राय ने उन्हें मुखाग्नि दी। वह अपने पीछे दो पुत्र, छह पुत्रियों, पोता-पोतियों, नाती-नतनियों समेत भरा-पूरा परिवार छोड़ गयी हैं। उनका ब्रह्मभोज गुरुवार 24 अगस्त 2023 को रखा गया है। इसमें परिवार समेत अपनों से शामिल होने का आग्रह किया गया है।

यहां बता दें कि ललन राय के पिता स्व. देवनारायण राय भी समाजसेवी थे। लोगों के सुख में भले शामिल न होते, पर दुख में बगैर बुलाये ही पहुंच जाते थे। उनके निधन के दिन मकदुमगंज समेत आसपास के घरों में लोगों ने चूल्हे तक नहीं जलाए थे।

  • खबरें और भी हैं। इसे आप अपने न्‍यूज वेब पोर्टल dainikbharat24.com पर सीधे भी जाकर पढ़ सकते हैं। नोटिफिकेशन को अलाउ कर खबरों से अपडेट रह सकते हैं। सुविधा के अनुसार खबरें पढ़ सकते हैं।
  • आपका अपना न्‍यूज वेब पोर्टल से फेसबुक, इंस्‍टाग्राम, ट्वि‍टर सहित अन्‍य सोशल मीडिया के साथ सीधे गूगल पर जाकर भी जुड़ सकते हैं। अपने सुझाव या खबरें हमें dainikbharat24@gmail.com पर भेजें।