- मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में होंगे कई निर्माण
प्रयागराज (UP)। प्रयागराज में 2025 में होने वाले महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालु आने वाले हैं। उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने की दिशा में योगी सरकार सतत प्रयास कर रही है। इसके लिए सरकार प्रयागराज शहर के सभी प्रमुख अस्पतालों में सुविधाओं का विस्तार करेगी। इसका खाका भी तैयार कर लिया गया है।
स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार
संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य डॉ वीके मिश्रा के मुताबिक़ शहर के सभी चार प्रमुख सरकारी अस्पतालों में हेल्थ- इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए करीब ₹35 करोड़ की लागत वाली 18 परियोजनाओं का डीपीआर तैयार कर उन्हें शासन के पास भेज दिया गया है। शासन की अनुमति मिलते ही इनमे कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
नए प्राइवेट वार्ड का निर्माण
शहर के तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय के लिए प्रस्तावित कार्य में ₹19 करोड़ का व्यय होगा। इसके अंतर्गत यहां 40 बेड के यमुना ब्लॉक का उच्चीकरण, तीन मंजिला लिफ्ट युक्त 20 नए प्राइवेट वार्ड का निर्माण, पार्किंग का निर्माण, ब्लड- बैंक का विस्तारीकरण, परिसर की आंतरिक सड़कों का निर्माण और तीमारदारों के लिए चेयर और सेठ की सुविधा का निर्माण शामिल है।
रैन बसेरा बनाया जाएगा
जिला महिला चिकित्सालय में ₹750 लाख की लागत से कार्य होंगे। इस बजट से अस्पताल में ईटीपी और नई सीवर लाइन का निर्माण, चिकित्सालय में नया लॉन्ड्री भवन का निर्माण, ओपीडी पंजीकरण के नए भवन का निर्माण, रैन बसेरा और पार्किंग का निर्माण, 108 एंबुलेंस के कर्मचारियों की बैठने की सुविधा के लिए शेड का निर्माण किया जाएगा।
इमरजेंसी विभाग का विस्तार
इसी तरह इसी परियोजना में मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय में भी ₹620 लाख के कार्य होंगे। इसमें तीन मंजिला लिफ्ट युक्त 14 नए वार्ड का निर्माण, इमरजेंसी विभाग का विस्तारीकरण, अस्पताल परिसर के अंदर सड़कों और सीवर लाइन का निर्माण शामिल है।
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज
महाकुंभ के पहले प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में कई तरह की चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार और निर्माण होना है। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ एसपी सिंह ने बताया कि कॉलेज के लिए एक दर्जन परियोजनाओं की शासन की ओर से सैद्धांतिक सहमति मिल चुकी है। जिन कार्यों को इन परियोजनाओं को शामिल किया गया है उसमें ओपीडी का विस्तार, डायग्नोस्टिक सेंटर और ब्लड बैंक एरिया का विस्तार, स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में तीन केंद्रीकृत आरओ प्लांट स्थापना, अल्ट्रासाउंड, एमआरआई और डिजिटल एक्स-रे की अतिरिक्त मशीने लगाना शामिल है। इन सभी परियोजनाओं का डीपीआर तैयार करके शासन की मंजूरी के लिए भेजा दिया गया है। इनके धरातल में उतरने से मरीजों को सीधे तौर पर सहूलियत मिल सकेगी।