Ranchi: कांग्रेस के निलंबित तीनों विधायकों की पार्टी में होगी वापसी, जानें पूरा मामला

झारखंड
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रांची। इस समय की बड़ी खबर ये आ रही है कि झारखंड कांग्रेस के तीनों निलंबित विधायक डॉ. इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप की पार्टी में वापसी होगी। कांग्रेस आला कमान ने तीनों विधायकों का निलंबन वापस लेने का फैसला ले लिया है।

यह फैसला जल्द अधिसूचना के रूप में प्रदेश कांग्रेस को मिलने वाला है। निलंबित तीनों विधायकों द्वारा रखे गए पक्ष को देखते हुए पार्टी ने निलंबन वापस लेने का फैसला लिया है। यह खुलासा झारखंड कांग्रेस विधायक दल के नेता व सरकार में मंत्री आलमगीर आलम ने किया है। 

मीडिया से बातचीत में आलमगीर आलम ने बताया कि पार्टी आला कमान ने तीनों निलंबित विधायकों के निलंबन को वापस लेने का फैसला ले लिया है। कभी भी इस संबंध में आला कमान का आदेश प्रदेश कांग्रेस को विधिवत मिल सकता है। पार्टी ने यह फैसला तीनों विधायकों द्वारा रखे गए पक्ष की समीक्षा करने के बाद लिया है।

इस संबंध में पार्टी आला कमान द्वारा दो सप्ताह के अंदर अधिसूचना जारी की जाएगी। आगामी चुनाव में कांग्रेस और बेहतर करेगी। वर्तमान में झामुमो और कांग्रेस की सरकार हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बेहतर काम कर रही है। यह विरोधी दलों को पच नहीं रहा है। उन्हें डर है कि चुनाव में झारखंड की जनता सबक सिखाएगी।

बता दें कि कांग्रेस के तीनों निलंबित विधायक इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप को पश्चिम बंगाल के हावड़ा में 30 जुलाई 2022 को तकरीबन 50 लाख कैश के साथ गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। जिसके बाद तीनों विधायकों ने दिल्ली में पार्टी आला कमान के समक्ष अपना-अपना पक्ष रखा। 

तीनों विधायक ने राज्यसभा सांसद धीरज साहू के साथ दिल्ली में पार्टी के वरीय नेताओं से बातचीत की थी। वहीं निलंबित विधायकों ने प्रदेश स्तर पर भी अपना पक्ष रखा था। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और विधायक दल के नेता आलमगीर आलम से इस संबंध में कई दौर की बात भी हुई। जिसके बाद प्रदेश कांग्रेस ने आला कमान को सारी परिस्थितियों से अवगत कराया। प्रदेश कांग्रेस से अवगत होने के बाद पार्टी आला कमान ने तीनों विधायकों के निलंबन को वापस लेने का फैसला लिया। 

कांग्रेस आला कमान द्वारा निलंबन वापस लेने के फैसले के बाद तीनों विधायकों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में खुलकर काम करने का निर्देश मिल गया है। कांग्रेस राष्ट्रीय महामंत्री सह सांगठनिक मामलों के प्रभारी केसी वेणुगोपाल ने विधायकों को क्षेत्र में काम करने का निर्देश दिया है।

तीनों विधायकों ने निलंबित होने के बाद केसी वेणुगोपाल के समक्ष भी अपनी बात रखी थी। उनसे निलंबन मुक्त करने का आग्रह किया था। जिसके बाद पार्टी आला कमान ने तीनों विधायकों के क्रियाकलापों को देखते हुए पुन: पार्टी में बहाल करने का संकेत दे दिया है। 

कांग्रेस से निलंबित तीनों विधायकों ने न्यायालय में पक्ष रखते हुए कहा था कि अरगोड़ा में दर्ज जीरो एफआईआर को कोलकाता पुलिस को स्थानांतरित करना सही नहीं है। विधायकों की ओर से कहा गया था कि प्राथमिकी का उद्देश्य स्पष्ट नहीं है।

तीनों विधायकों के हावड़ा में गिरफ्तार होने के बाद कांग्रेस विधायक अनूप कुमार सिंह ने सरकार गिराने की साजिश में शामिल रहने का आरोप लगाते हुए अरगोड़ा थाना में जीरो प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने प्राथमिकी कोलकाता पुलिस को स्थानांतरित कर दी थी।

अरगोड़ा थाना में दर्ज प्राथमिकी और उसे कोलकाता भेजे जाने को नियमों के खिलाफ बताते हुए तीनों विधायकों ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। अदालत से प्राथमिकी रद्द करने का आग्रह किया गया था।