रांची। रूढ़िवादी सोच के चलते अभी तक समाज में लड़का होने पर ही मिठाई बांटने और शगुन देने की प्रथा को लायंस क्लब ऑफ रांची ईस्ट के पूर्व अध्यक्ष रतन लाल अग्रवाल और लायन सुनीता अग्रवाल ने तोड़ डाला है।
अब तक संकुचित मानसिकता के चलते अधिकतर लोग लड़की पैदा होने को एक अभिशाप की तरह समझते थे। भले ही समाज का पढ़ा-लिखा तबका ही क्यों ना हो। लिहाजा इसका असर हमारे लिंगानुपात में भी साफ दिखता है, लेकिन अब लड़की के प्रति समाज की इस मानसिकता को तोड़ने और एक परिवर्तन लाने की अनूठी पहल हुई है। बदलाव की यह पहल की है लायंस क्लब ऑफ रांची ईस्ट ने।
इसके तहत 7 जुलाई 2023 (शुक्रवार) को लायंस क्लब ऑफ रांची ईस्ट के कोकर स्थित निरामाया अस्पताल में जन्मी बेटी के परिजनों को मिठाई और शगुन देकर बधाई दी।
संस्था की इस पहल, खासकर पूर्व अध्यक्ष रतन लाल अग्रवाल और लायन सुनीता अग्रवाल की सभी सामाजिक और महिला संगठनों ने सराहना की है। डॉ आरती ज्योति की भूमिका को भी खूब सराहा जा रहा है।