रांची। माकपा नेता सुभाष मुंडा हत्याकांड को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। इस मामले में पुलिस मुख्यालय की तरफ से रांची डीआईजी और एसएसपी को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि वह जल्द से जल्द इस हत्याकांड में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार करें।
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता सह आईजी अभियान अमोल होमकर ने गुरुवार को बताया कि माकपा नेता सुभाष मुंडा हत्याकांड को सुलझाने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी को रांची के सिटी एसपी लीड कर रहे हैं। टीम में हेड क्वार्टर 2, डीएसपी साइबर, रातू थाना प्रभारी, नगड़ी थाना प्रभारी समेत कई पुलिस कर्मियों को शामिल किया गया है।
आईजी अभियान के अनुसार इस जघन्य हत्याकांड को लेकर पुलिस मुख्यालय बेहद गंभीर है। रांची डीआईजी और एसएसपी को सख्त निर्देश दिया गया है कि वह हर हाल में जल्द से जल्द हत्याकांड में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार करें।
आईजी ने बताया कि हत्यारों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई बुधवार की रात से ही शुरू कर दी गई है। ना सिर्फ रांची में, बल्कि रांची से बाहर भी टीम छापेमारी कर रही है। जितने भी संदिग्ध इस मामले में अब तक चिन्हित हुए हैं, सब को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है।
आईजी अभियान के अनुसार, पूरे मामले में नगड़ी थाना प्रभारी की लापरवाही सामने आई है, जिसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच में अगर किसी अन्य अफसर की भी लापरवाही सामने आएगी, तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं दूसरी तरफ सुभाष मुंडा की हत्या से आक्रोशित आदिवासी समाज के सैकड़ों लोग दिनभर राजधानी में हंगामा करते नजर आए। जैसे ही सुभाष मुंडा का शव नगड़ी पहुंचा। आक्रोशित स्थानीय लोगों ने शव के साथ ही रांची-गुमला मार्ग को जाम कर दिया। इस सड़क पर जाम की स्थिति दोपहर तक बनी रही।
हत्या के विरोध में गुरुवार को रांची बंद भी बुलाया गया। बंद के दौरान राजधानी में कई स्थानों पर सड़क पर आगजनी भी की गई। रातू, नगड़ी, पुंदाग, बेड़ो, मांडर, ओरमांझी और बरियातू थाना क्षेत्रों में बंद समर्थकों का उत्पात भी देखने को मिला।
रांची गुमला और रांची डालटनगंज मार्ग पर गुरुवार की सुबह सात बजे से लेकर दोपहर के दो बजे तक जाम की स्थिति बनी रही। राजधानी रांची के आउटर रिंग रोड को समर्थकों ने घंटों जाम किए रखा। जाम की वजह से गुमला और डालटनगंज जाने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
बुधवार को भी हत्या के विरोध में जमकर हंगामा किया गया था। रात करीब सवा आठ बजे ग्रामीण सड़क पर उतर आए। आक्रोशित भीड़ ने दलादली चौक को जाम कर दिया। इसके बाद उग्र भीड़ ने जमकर उत्पात मचाया।
लाठी-डंडे से लैस भीड़ ने रिंग रोड से गुजर रहे दो दर्जन से ज्यादा ट्रक, दो और तीन पहिया वाहनों के शीशे को ना सिर्फ क्षतिग्रस्त किया, बल्कि उनके चालकों के साथ भी जमकर मारपीट की। भीड़ में शामिल ग्रामीण इतना आक्रोशित थे कि दलादली चौक के पास शराब दुकान में घुसकर उसे आग के हवाले कर दिया।
उन्होंने दलादली चौक के आसपास दर्जनों झुग्गी-झोपड़ियों को भी नहीं बक्शा। उसमें भी आग लगा दी। भीड़ में महिला, पुरुष और बच्चे भी शामिल थे। हंगामे और तोड़फोड़ की घटना की जानकारी मिलने के बाद सिटी एसपी शुभांशू जैन बुधवार की रात पुलिस बल के साथ दलादली चौक पहुंचे थे। उन्होंने भीड़ को समझाने का प्रयास किया। इसी दौरान भीड़ उनसे उलझ गयी, धक्का-मुक्की करने लगी।
सिटी एसपी ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, तो भीड़ उन पर और मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों पर भी टूट पड़ी। कुछ ग्रामीण अन्य पुलिसकर्मियों को खदेड़ने लगे। उन पर पथराव करने लगे। भीड़ इतनी उग्र थी कि सिटी एसपी की गाड़ी के शीशे को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।