महाराष्ट्र। बड़ी खबर महाराष्ट्र से आ रही है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में जारी उथल-पुथल के बीच अजित पवार अपने चाचा शरद पवार को मनाने के लिए वाईबी चव्हाण सेंटर पहुंचे। उनके साथ छगन भुजबल, अदिति तटकरे, हरन मशरिफ और प्रफिल्ल पटेल भी शामिल रहे।
बगावत के बाद पहली बार दोनों गुटों में खुलकर बातचीत हुई है। इससे पहले डिप्टी सीएम अजित पवार ने अकेले शरद पवार से मुलाकात की थी। शरद पवार खेमे के सूत्रों ने कहा कि राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल और पार्टी नेता जितेंद्र अवहाद भी वाई बी चव्हाण केंद्र पहुंचे थे।
मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में शरद पवार से मिलने पहुंचे अजित पवार गुट के नेता प्रफुल्ल पटेल बोले, ‘हम सभी आज आदरणीय शरद पवार जी का आशीर्वाद लेने आये हैं। हमने पवार साहब से अनुरोध किया कि एनसीपी को एकजुट रहना चाहिए। इस पर शरद पवार ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।’
आपको बता दें कि दो जुलाई को अजित पवार के नेतृत्व में एनसीपी के दिग्गज नेताओं ने पार्टी से बागवत कर दी थी और एनडीए में शामिल हो गए थे। अजित पवार समेत 9 विधायक शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे। अजित पवार डिप्टी सीएम बने थे।
शुक्रवार को अजित पवार राकांपा सुप्रीमो की पत्नी प्रतिभा पवार से मिलने के लिए उनके आधिकारिक आवास सिल्वर ओक गए, जब उनकी यहां एक अस्पताल में सर्जरी हुई थी। अजित पवार अपनी चाची प्रतिभा के करीबी माने जाते हैं। 14 जुलाई को एकनाथ शिंदे कैबिनेट के विस्तार में अजित पवार गुट को लगभग मनमुताबिक मंत्रालय दिया गया है।
बगावती अजित पवार को वित्त मंत्रालय और योजना मंत्रालय मिला है। शरद पवार के विश्वसनीय रहे छगन भुजबल को कृषि, दिलिप वालसे को सहकारिता, धर्मराव आत्राम को परिवहन, आदिति तटकरे को महिला और बाल विकास, धनंजय मुंडे को सामाजिक न्याय विभाग और हसन मुशरिफ को अल्पसंख्यक मामलों का विभाग दिया गया है। वित्त, सिंचाई, आवास, सहकारिता और लोक निर्माण जैसे मंत्रालयों की डिमांड की थी।