Jharkhand Weather : बंगाल की खाड़ी में है साइक्‍लोनिक सर्कुलेशन, ये होगा असर

मौसम झारखंड
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Jharkhand Weather : रांची। उत्तर बंगाल की खाड़ी में एक साइक्‍लोनिक सर्कुलेशन है। इसके विकसित होने की संभावना है। इसका असर झारखंड के कई जिलों में भी देखने को मिलेगा। इसके कारण कई जगहों पर भारी बारिश होगी। यह जानकारी रांची मौसम केंद्र के प्रमुख अभिषेक ने 23 जून को दी।

तापमान में गिरावट होगी

अगले 4 से 5 दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 4 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है।

मॉनसून का विस्‍तार

दक्षिण पश्चिम मॉनसून का झारखंड के अधिकांश भाग में विस्तार हो चुका है। इसकी उत्तरी सीमा डालटेनगंज से होकर गुजर रही है।

24 और 25 जून को ये स्थिति

राज्‍य में कई स्‍थानों पर गर्जन के साथ हल्‍की से मध्‍यम दर्जे की बारिश होगी।

26 और 27 जून को ये स्थिति

राज्‍य में लगभग सभी स्‍थानों पर गर्जन के साथ हल्‍की से मध्‍यम दर्जे की बारिश हो सकती है।

28 जून को ये स्थिति

राज्‍य में कई स्‍थानों पर गर्जन के साथ हल्‍की से मध्‍यम दर्जे की बारिश होगी।

29 जून को ये स्थिति

राज्‍य में लगभग सभी स्‍थानों पर गर्जन के साथ हल्‍की से मध्‍यम दर्जे की बारिश हो सकती है।

तीन दिन गर्जन-वज्रपात

24 से 26 जून तक राज्‍य में कहीं-कहीं गर्जन के साथ वज्रपात होने की आशंका है।

यहां भारी बारिश संभव

25 जून को राज्‍य के दक्षि‍ण और निकटवती मध्‍य भाग में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। इसका असर लोहरदगा, रांची, गुमला, खूंटी, सिमडेगा, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां जिले में पड़ सकता है।

26 जून को राज्‍य के उत्तर-पश्चिमी, दक्षिणी और निकटवर्ती मध्‍य भागों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। इसका असर गढ़वा, पलामू, लातेहार, लोहरदगा, रांची, गुमला, खूंटी, सिमडेगा, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां जिले में पड़ सकता है।

गर्जन-वज्रपात से ऐसे बचें

यथासंभव घर पर रहें। इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों या कॉर्डेड फोन का उपयोग करने से बचें, क्योंकि बिजली तारों के माध्यम से यात्रा कर सकती है। चोट या क्षति का कारण बन सकती है। बाहर हैं तो ऊंची जमीन या अलग-थलग पेड़ों से बचें। बड़े पेड़ के नीचे, बिजली के खंभों या खाली जगह से हट जाएं। किसी सुरक्षित या पक्‍की संरचना के नीचे शरण लें।