कोडरमा। कोडरमा व्यवहार न्यायालय की मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी वैशाली श्रीवास्तव की अदालत ने लिंग परीक्षण व भ्रूण हत्या के मामले में दोषी महिला डॉक्टर और उसकी सहयोगी को दो साल की सजा सुनाई है।
झुमरीतिलैया डॉक्टर गली स्थित धन्वन्तरी अल्ट्रासाउंड क्लिनिक की डॉक्टर कुमारी सीमा एवं उनकी सहयोगी अनीशा खातून को दो वर्ष के सश्रम कारावास एवं पांच पांच हजार रुपये अर्थ दंड की सजा सुनाई है।
बता दें कि झुमरीतिलैया स्थित धन्वन्तरी अल्ट्रासाउंड क्लिनिक में अवैध रूप से गर्भवती महिलाओं का लिंग परीक्षण कर भ्रूण हत्या किये जाने की शिकायत पर डॉक्टर कुमारी सीमा एवं उसकी सहयोगी अनीशा खातून को पकड़ा गया था।
मामले में तिलैया थाना कांड सं. 80/19 दर्ज किया गया था। अभियोजन पक्ष की ओर से इस कांड में कुल 13 गवाहों का परीक्षण कराया गया। अभियोजन पक्ष की ओर से सहायक लोक अभियोजक अन्जलीना बारला एवं बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता जयप्रकाश नारायण एवं कुमार रौशन ने अपनी दलीलें पेश कीं। कांड की आरोपित डॉक्टर कुमारी सीमा एवं उनकी सहयोगी अनीशा खातून को पीसीपीएन डीटी एक्ट की धारा 23 के तहत दोषी पाया गया।