रांची (Jharkhand)। झारखंड के 80 उत्कृष्ट स्कूलों में 1 जुलाई को समारोह होगा। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद् की निदेशक किरण कुमारी पासी ने इसका निर्देश दिया है। उन्होंने इस बाबत 28 जून, 2023 को जिला शिक्षा पदाधिकारी-सह-जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को आदेश दिया है। इसमें कार्यक्रम के आयोजन को लेकर विस्तार से जानकारी दी है।
निदेशक ने पत्र में लिखा है कि राज्य के 80 उत्कृष्ट विद्यालय में नामांकन की प्रक्रिया प्रारम्भ है। इसे 30 जून, 23 तक पूर्ण कर लेना है। नामांकन की प्रक्रिया की खत्म होने के साथ ही सत्र 2023-24 के लिए पवन पाठन का कार्य विधिवत रूप से प्रारम्भ कर दिया जाएगा।
सभी उत्कृष्ट विद्यालयों में चूंकि नामांकित बच्चे संभवत: पहली बार पठन-पाठन के लिए आएंगे। ऐसे में आवश्यक है कि उनके प्रवेश को हर्षाल्लास के साथ उत्सव के रूप में मनाया जाए। नवनामांकित बच्चों का स्वागत किया जाए। अतः निर्देश दिया जाता है कि 1 जुलाई, 2023 को सभी उत्कृष्ट विद्यालयों में प्रवेशोत्सव समारोह का आयोजन किया जाए। प्रवेशोत्सव समारोह की सूचना सभी विद्यार्थियों को दी जाए। इसमें अभिभावकों को भी शामिल किया जाय।
निदेशक ने कहा है कि सभी उत्कृष्ट विद्यालयों में प्रवेशोत्सव समारोह का आयोजन करने के लिए अपने स्तर से सभी विद्यालयों के निर्देशित करेंगे। समारोह के आयोजन के बाद इसका प्रतिवेदन राज्य कार्यालय को भी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।
ये गतिविधियां की जा सकती है
1. प्रवेशोत्सव के लिए विद्यालय में एक समारोह आयोजित किया जाए, जिसमें विद्यालय के सभी बच्चों शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक और विद्यालय के प्रबंध समिति के सदस्य भी उपस्थित रहे।
2. नव प्रवेश करने वाले छात्र-छात्रओं का विद्यालय परिसर में बाल-संसद के सदस्यों द्वारा तिलक और पुष्प के साथ स्वागत किया जाए।
3 विद्यालय में प्रवेशोत्सव का कार्यक्रम विद्यालय में आयोजित प्रार्थना सभा को विस्तारित करते हुए किया जा सकता है। इस अवसर पर नवनामांकित बच्चों के स्वागत में गीत एवं अन्य सास्कृतिक कार्यक्रम विद्यालय में पूर्व से अध्ययनरत बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए जा सकते हैं।
4. विद्यालय के प्राचार्य के द्वारा नवनामांकित छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों का उत्कृष्ट विद्यालय परिवार से जुड़ने और बच्चों को उज्ज्वल भविष्य के लिए संकल्पित होने के लिए विद्यालय परिवार की ओर से स्वागत किया जायेगा।
5. विद्यालय के प्रधान शिक्षक उत्कृष्ट विद्यालय के स्वरूप एवं अवधारण के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। विद्यालय में बच्चों के पठन-पाठन के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधा के संबंध में जानकारी प्रदान करते हुए सभी अभिभावकों से बच्चों की शिक्षा के लिए उनकी भूमिका पर भी चर्चा करेंगे। विद्यालय के शिक्षकों से भी परिचय कराया जाएगा।
6. विद्यार्थी एक-एक करके अपने सभी शिक्षक-शिक्षिका से अवगत होंगे। विद्यालय के पुराने विद्यार्थियों के सहयोग से कार्यक्रम का आयोजन किया जाय। जिसमें स्वागत गीत, कविता, गीत आदि का आयोजन किया जा सकता है।