झारखंड कृषि ऋण माफी योजना में शेष बचे लाभुकों का ई-केवाईसी कराने के निर्देश

कृषि झारखंड
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  • कांके रोड स्थित कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा) कार्यालय का निरीक्षण

रांची। रांची उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने झारखंड कृषि ऋण माफी योजना में शेष बचे लाभुकों का ई-केवाईसी कराने के निर्देश दिए। उपायुक्‍त ने 6 जून, 2023 को रांची के कांके रोड के कृषि भवन परिसर स्थित कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (आत्मा) रांची कार्यालय का निरीक्षण किया।

उपायुक्त ने कार्यालय में किए जाने वाले कार्यों की विस्तार पूर्वक जानकारी ली। जिला कृषि पदाधिकारी सह परियोजना निदेशक (आत्मा) विकास कुमार को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान निरीक्षण उप परियोजना निदेशक संजय कुमार सिंह एवं संबंधित सभी पदाधिकारी मौजूद थे।

कार्यालय में व्यवस्था का जायजा लेने के बाद उपायुक्त ने परियोजना निदेशक (आत्मा) से विस्तृत जानकारी ली। राज्य संपोषित कार्य, कार्यालय की आवश्यकता, लेखा इत्यादि को लेकर उन्होंने कार्यालय के संबंधित पदाधिकारियों को भी जरूरी दिशा निर्देश दिये।

उपायुक्त ने प्रखंड तकनीकी प्रबंधकों एवं सहायक तकनीकी प्रबंधकों की नियुक्ति से संबंधित अद्यतन रिपोर्ट लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिये।

उपायुक्त द्वारा कृषि की नई तकनीक के सहारे ज्यादा से ज्यादा किसानों को लाभान्वित करने के प्रयास किये जाने का निर्देश परियोजना निदेशक को दिया गया। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत (दलहन), मौजूदा वित्तीय वर्ष योजना अनुसार बेहतर ढंग से कार्य करने का आदेश भी दिया।

उपायुक्त ने झारखंड कृषि ऋण माफी योजना एवं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में शेष बचे लाभुकों का ई-केवाईसी कराने का निर्देश जिला कृषि पदाधिकारी को दिया। उपायुक्त द्वारा कृषकों के बीच उन्नत किस्म के बीच बीज वितरण किया गया।

किसानों को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि अच्छी पैदावार के लिए उन्नत किस्म के बीज, उर्वरक और खाद का उपयोग करने की बात कही। उन्होंने कहा कि जो बीज किसानों के बीच वितरित किये गये हैं, वह एशिया में सबसे ज्यादा उपज देने वाले हाइब्रिड बीज हैं।

उपायुक्त द्वारा परिसर में बन रहे बीज-खाद गोदाम का भी निरीक्षण किया गया। जिला कृषि पदाधिकारी से उपायुक्त ने इसके पूर्ण होने आदि के बारे भी जानकारी ली गयी। उन्होंने कहा कि इसे जल्द पूरा कर किसानों को लाभ दिलाये।

उपायुक्‍त ने परिसर स्थित ब्रिटिशकालीन में बनी समेति भवन के जीर्णोंद्धार कार्य का भी जायजा लिया। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि इसे संग्रहालय बनाया जायेगा।