विवेक चौबे
गढ़वा। जिले के कांडी प्रखंड में 40 घंटे बाद बिजली आई। इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली। बुधवार की शाम में आई हल्की हवा के साथ बूंदाबूंदी हुई। इसके बाद से ही बिजली गुल हो गई। इसका नतीजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ा। लोगों को प्राचीन समय की तरह ही अंधेरा को दूर करने के लिए ढिबरी या लालटेन का सहारा लेना पड़ा।
बिजली गुल होने से बच्चों की पढ़ाई-लिखाई भी बाधित हो गई। महिलाओं को भोजन बनाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ा। कांडी ग्रिड में कॉल करने पर पता चलता है कि 33 हजार में फॉल्ट है। इस फॉल्ट को दूर करने मे 40 घंटे लग गए। इस बीच उपभोक्ताओं की हालत बद से बदतर हो गई।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां बिजली व्यवस्था का हाल बेहाल है। कभी पोल ही गिर जाता है तो कभी तार टूट जाता है। इसका मुख्य कारण विद्युतीकरण कार्य दुरुस्त नहीं होना है। केवल उपभोक्ताओं से ससमय बिल लेने पर विभाग का ध्यान रहता है।
त्रस्त जनता की बात ना ही कोई पदाधिकारी, न ही बिजली विभाग और न ही कोई जनप्रतिनिधि सुनते हैं। कष्ट ग्रामीण क्षेत्र में बसे गरीब-गुरबों को झेलना पड़ रहा है। बिजली का अचानक गुल हो जाने यह तो अभी ट्रेलर है। पूरी फिल्म तो बाकी है। बेहतर बारिश शुरू होते ही स्थिति और बदतर हो जाएगी।