वाराणसी। बड़ी खबर वाराणसी से आ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में देश की पहली हाइड्रोजन वॉटर टैक्सी चलने जा रही है। माना जा रहा है अगस्त महीने में ट्रायल के तौर पर गंगा में इसका संचालन शुरू हो जाएगा।
शुरुआत में रविदास घाट से नमो घाट के बीच इसका संचालन किया जाएगा। गंगा में हाइड्रोजन टैक्सी शुरू होने के बाद गंगा के रास्ते काशी विश्वनाथ धाम जाने का मार्ग सुगम होगा।
हाइड्रोजन ऊर्जा से चलने वाली वॉटर टैक्सी, अन्य वॉटर टैक्सी की तुलना में कम समय में ज्यादा दूरी तय करेगी।
इससे ईंधन की बचत होगी। ट्रायल के तौर पर इसे पहले काशी में शुरू किया जाएगा। ट्रायल सफल रहा, तो बाद में दूसरे शहरों में भी यह सुविधा शुरू होगी।
जानकारी के मुताबिक, हाइड्रोजन ऊर्जा से चलने वाली इस वॉटर टैक्सी में विकल्प के तौर पर इलेक्ट्रिक इंजन भी लगा होगा। इस हाइड्रोजन वॉटर टैक्सी में ईंधन रिफलिंग के लिए चार स्टेशन बनाए जाएंगे।
यहां हाइड्रोजन के साथ इलेक्ट्रिक चार्जिंग पॉइंट की भी व्यवस्था होगी। नमो घाट, ललिता घाट, शिवाला घाट और रविदास घाट पर यह इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन बनाये जाएंगे।
वाराणसी में चलाई जाने वाली हाइड्रोजन वॉटर टैक्सी को गुजरात में तैयार किया जा रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी 15 जुलाई तक यह हाइड्रोजन वॉटर टैक्सी वाराणसी आ जाएंगी। इसके बाद, 15 अगस्त से इसका संचालन शुरू होगा।
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के अफसर ने इसको लेकर स्थानीय अधिकारियों से बातचीत कर ली है। वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि इसको लेकर बातचीत जारी है।
नमो घाट से रविदास घाट के बीच हाइड्रोजन टैक्सी से सफर के लिए कितना किराया होगा, यह फिलहाल तय नहीं हुआ है। सफल ट्रायल के बाद किराये को फिक्स किया जाएगा।