पटना। शुक्रवार को BIHAR में नीतीश कैबिनेट का विस्तार हुआ है। सहरसा के सोनबरसा से तीन बार के विधायक रत्नेश सदा को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। अचानक आए इस परिवर्तन की वजह संतोष मांझी रहे हैं।
हम पार्टी से विधायक संतोष मांझी ने नीतीश मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। जिस वजह से एक सीट खाली हो गई। इसे भरने के लिए राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर ने रत्नेश सदा को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है। रत्नेश को जदयू कोटे से मंत्री बनाया जा गया है। रत्नेश सदा मुसहर समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में रत्नेश सदा ने सोनवर्षा विधानसभा सुरक्षित सीट से जदयू प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा था। कांग्रेस प्रत्याशी तरनी ऋषिदेव को 13466 वोट से पराजित किया था। रत्नेश सदा अभी जदयू के सचेतक हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा यह मंत्रिमंडल विस्तार नहीं है। मंत्री का जो एक पद रिक्त हुआ है, उसे भरा जा रहा है। 23 जून को होने वाली विपक्षी एकता की महाबैठक के बाद मंत्रिमंडल विस्तार पर सरकार विचार-मंथन करेगी।
यहां बता दें कि रत्नेश सदा जेडीयू से विधायक हैं। रत्नेश सदा मुसहर समाज से आते हैं। बताया जा रहा है कि जीतन राम मांझी से कहीं अधिक जनाधार वाले नेता भी हैं। रत्नेश सदा सहरसा के सोनबरसा से लगातार तीन बार के विधायक हैं। संस्कृहत से उन्होंलने आचार्य की डिग्री भी हासिल की है। रत्नेश सदा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासपात्र भी हैं। वो सरल स्वभाव वाले जुनूनी नेता माने जाते हैं।