नई दिल्ली। बड़ी खबर ये आयी है कि पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार के एक और फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। देश की शीर्ष अदालत ने पश्चिम बंगाल के तृणमूल कांग्रेस सरकार के उस फैसले पर रोक लगा दी है, जिसमें ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म के प्रदर्शन को प्रतिबंधित किया था। इसके साथ ही ‘द केरल स्टोरी’ के बंगाल के सिनेमा घरों में प्रदर्शन का रास्ता साफ हो गया। अब बंगाल के फिल्म प्रेमी भी इस फिल्म को देख सकेंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को यह फैसला सुनाया। द केरल स्टोरी से जुड़ी याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान तमिलनाडु की सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि प्रदेश में इस फिल्म पर किसी तरह की रोक नहीं लगी है। तमिलनाडु सरकार के वकील ने कोर्ट में कहा कि फिल्म की स्क्रीनिंग पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से कोई बैन नहीं लगाया गया है।
सभी पक्षों को सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकारों को फिल्म के प्रदर्शन के दौरान कोई बाधा उत्पन्न न हो, उसकी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। देश की शीर्ष अदालत ने कहा कि सभी सिनेमा घरों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करायी जाये। इतना ही नहीं, सिनेमा देखने के लिए जाने वाले सिने प्रेमियों को कोई नुकसान न पहुंचे, यह भी सुनिश्चित किया जाये।
बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 8 मई को एक आदेश पारित करके प्रदेश में ‘द केरल स्टोरी’ के प्रदर्शन पर रोक लगा दी थी। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने कहा था कि यह विकृत कहानी है। यह फिल्म नफरत फैलाने वाला है। अगर इस फिल्म का प्रदर्शन होगा, तो लोगों में वैमनस्यता फैलेगी। बंगाल को हिंसा से बचाने के लिए वह इस फिल्म पर रोक लगा रही हैं।
ममता बनर्जी ने कहा था कि एक एजेंडा के तहत ‘द केरल स्टोरी’ को रिलीज किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके पहले ‘कश्मीर फाइल्स’ आयी। अब आने वाले दिनों में ‘बंगाल फाइल्स’ बनेगी। ममता बनर्जी ने केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर देश में नफरत फैलाने का आरोप भी लगाया था।