बीएसएफ का गौरवशाली इतिहास, इस पर सभी को गर्व : राज्यपाल

झारखंड
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हजारीबाग। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का गौरवशाली इतिहास रहा है। इस पर हम सभी को गर्व है। हमारे बहादुर जवान राष्ट्र की सीमाओं की रक्षा करने के साथ आतंकवाद, तस्करी एवं आपराधिक गतिविधियों आदि पर नियंत्रण के लिए सदैव सचेष्ट रहते हैं। अथक परिश्रम करते हैं। राष्ट्र के प्रति उनका समर्पण व कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता सभी के लिए प्रेरणा है। वह 11 मई को बीएसएफ मेरू कैंप में आयोजित ‘दीक्षांत परेड समारोह’ में बोल रहे थे।

राज्‍यपाल ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल ने 1971 के युद्ध में अपनी दक्षता व साहस का प्रदर्शन करते हुए उल्लेखनीय योगदान दिया है। देश के लिए किए गए सराहनीय कार्य के लिये बीएसएफ को सलाम है।

राज्यपाल ने सभी प्रशिक्षु उप-निरीक्षक को बधाई देते हुए कहा कि आप लोगों को मातृभूमि की सुरक्षा व सेवा करने का अहम अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने इन उप निरीक्षकों द्वारा प्रदर्शित परेड की सराहना करते हुए कहा कि ये प्रशिक्षण के दौरान आपके द्वारा की गई कड़ी मेहनत को दर्शाता है।

राधाकृष्‍णन ने कहा कि आपने जिस करियर का चयन किया है। वह चुनौतीपूर्ण व सम्मानजनक है। राष्ट्र की सुरक्षा का अहम दायित्व आप पर है। उन्होंने बीएसएफ के परिजनों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि आपका सहयोग प्रंशसनीय है।

उक्त अवसर पर बीएसएफ के जवानों द्वारा बैंड डिस्प्ले एवं योगा का भी प्रदर्शन किया गया। उन्‍होंने सीमा सुरक्षा बल द्वारा लगाई गई शस्त्र प्रर्दशनी का अवलोकन किया।

उक्त अवसर पर विधानसभा सदस्य मनीष जयसवाल, पुलिस उप-महानिरीक्षक हजारीबाग जोन, उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक, हजारीबाग समेत बीएसएफ मेरू कैम्प के अधिकारीगण व जवान उपस्थित थे।