सावधान! केदारनाथ हेलीकॉप्टर सेवा के नाम पर ऐसे हो रही है ठगी

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उत्तराखंड। बुधवार को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से ठगी का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। सहारनपुर में रहने वाले 3 युवकों ने केदारनाथ धाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर का टिकट ऑनलाइन खरीदा था। वह जब हेलीकॉप्टर पर बैठने के लिए सहारनपुर से उत्तराखंड पहुंचे, तो वहां जाकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। दरअसल ऑनलाइन हेलीकॉप्टर के टिकट नकली थे।

सहारनपुर के सागर कालरा ने बताया कि उन्होंने अपने दो दोस्तों अभिनव सैनी और लविश कुमार के साथ केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए जाने की योजना बनाई। इस दौरान आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर एक सप्ताह तक टिकट उपलब्ध नहीं हुआ।

तब सागर कालरा ने अन्य वेबसाइट से हेली सेवा के लिए टिकट बुकिंग का प्रयास किया। इस दौरान उन्हें फेसबुक पर हिमालयन हेली सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक पेज पर केदारनाथ यात्रा हेतु हेली सेवा के लिए टिकट बुकिंग का मोबाइल नंबर लिखा नजर आया।

व्यापारी सागर कालरा ने उक्त नंबर पर केदारधाम यात्रा के लिए हेली सेवा के लिए टिकट बुकिंग की बात की। इस दौरान फोन रिसीव करने वाले ने बताया कि हमारी वेबसाइट बहुत दिनों से टिकट बुकिंग का काम कर रही है। केदारनाथ में उनका हेलीपैड भी मौजूद है।

कालरा और उनके साथियों ने उक्त व्यक्ति की बातों में आकर गुप्तकाशी से केदारधाम के लिए 2 मई के तीन टिकट बुक किये और व्हाट्सएप पर डिटेल भेजकर तीनों टिकट के करीब 30 हजार रुपये यूपीआई के माध्यम से हिमालयन हेली सेवा के खाते में भेज दिए। कुछ देर बात उस युवक ने तीन टिकट व्हाट्सएप पर भेज दिए।

केदारधाम यात्रा के लिए तय तिथि ( 2 मई) पर सागर कालरा, अभिनव और लविश अपने टिकट लेकर गुप्तकाशी हिमालयन हेलीपैड पर पहुंचे। टिकट जांच के दौरान संदेह होने पर कर्मचारियों ने जीएम और अन्य अधिकारियो को मौके पर बुलाया। अधिकारियों ने जांच के बाद टिकट को फर्जी बताकर उन्हें हेलीपेड से लौटा दिया। तब तीनों युवकों को अपने साथ साइबर ठगी होने का पता चला।


सागर कालरा और उसके दोस्तों को जो टिकट दिए गए थे, वो गत वर्ष के थे। जिन्हें साइबर ठगों ने एडिट कर भेजा था। टिकटों पर जिस कंपनी जीएमवीएन का नाम लिखा था, वह गत वर्ष हेली सेवाओं के लिए टिकट बुकिंग कर रही थी।

आपको बता दें कि ऑनलाइन ठगी होने के चलते एसटीएफ द्वारा कार्रवाई करते हुए ऐसी 14 वेबसाइटों को ब्लॉक किया जा चुका है और कई नई साइट को चिन्हित कर उन्हें भी ब्लॉक करने की तैयारी चल रही है। सरकार ने एहतियात के तौर पर केवल आईआरसीटीसी को ही हेली टिकट बुकिंग की जिम्मेदारी सौंप रखी है।