उत्तर प्रदेश। अभी-अभी खबर आ रही है कि असद के एनकाउंटर के बाद पुलिस ने अतीक के करीबियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सपा नेता समेत 37 लोगों के ठिकानों पर पुलिस ने छापा मारा है।
बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी माफिया अतीक अहमद के पुत्र असद का झांसी में एनकाउंटर हो चुका है। इसके बाद फतेहपुर की पुलिस सतर्क हो गई है। पुलिस टीम ने सपा नेता सहित 37 अन्य लोगों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की है। इस कार्रवाई से अतीक अहमद के करीबियों में हड़कंप मच गया है।
छापेमारी के दौरान ज्यादातर जगहों पर ताले पड़े मिले। कुछ ठिकानों पर किराएदार मौजूद थे। पुलिस अतीक के करीबियों द्वारा अवैध तरीके से अर्जित की गई संपत्ति के साक्ष्य जुटाने में लगी हुई है।
कोतवाली क्षेत्र में गुरुवार शाम पुलिस ने अतीक के करीबी सपा नेता हाजी रजा और जमीन कारोबारी हाजी रफी सहित अन्य 37 लोगों के ठिकानों पर छापा मारा। इस कार्रवाई के दौरान लोगों की भीड़ जुट गई। पुलिस को ज्यादातर ठिकानों पर ताला पड़ा मिला।
पुलिस ने थाना कोतवाली क्षेत्र के पनी, सैय्यदवाड़ा, मसवानी, तुराब अली का पुरवा, लालाबाजार, छोटी बाजार, चूड़ी वाली गली सहित कई जगहों पर रात तक छापेमारी की। इसके साथ ही पुलिस ने थरियांव थाना क्षेत्र के बिलिंदा कस्बे में भी कार्रवाई की। हालांकि छापेमारी के दौरान पुलिस को कुछ भी हासिल नहीं हुआ,
बता दें कि पुलिस ने 16 मार्च को खखरेरू थाना क्षेत्र के रहमतपुर गांव में अतीक के करीबी मोहम्मद अहमद के करोड़ों रुपये कीमत के आलीशान मकान पर बुलडोजर चला दिया था। मोहम्मद अहमद अतीक गैंग का सक्रिय सदस्य है। पूरे परिवार का अतीक के घर आना जाना था। दबंगई के बल पर उसके परिवार ने तालाबी नंबर की जमीन पर कब्जा कर निर्माण कर रखा था।
यह भी बता दें कि मोहम्मद अहमद हत्या के एक मामले में 2007 से फरार चल रहा था। उसने पुलिस को चकमा देकर 15 मार्च को कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। इसके बाद मोहम्मद अहमद के छोटे भाई व अतीक के करीबी 25 हजार के इनामी हिस्ट्रशीटर जर्रार अहमद और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई थी। इस दौरान हिस्ट्रीशीटर के दाहिने पैर में गोली लग गई, उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुलिस ने इनामी के पास से एक राइफल और जिंदा कारतूस बरामद किया था।