मुंबई। इस समय की बड़ी खबर मुंबई के मलाड इलाके से आ रही है। यहां दर्जनों ‘अवैध’ रूप से बने फिल्म स्टूडियो को बुलडोजर से गिरा दिया गया। भाजपा बुलडोजर कार्रवाई को अपनी जीत बताकर जश्न मना रही है।
भाजपा ने आरोप लगाया कि इन फिल्म स्टूडियो को महा विकास अघाड़ी सरकार के संरक्षण में बनाया गया था। अब बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के एक आदेश के बाद कार्रवाई शुरू की है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, लंबे समय से इस मुद्दे को उठा रहे भाजपा नेता किरीट सोमैया अपने समर्थकों के साथ कुदाल लेकर घटनास्थल की ओर जाते देखे गए। उन्होंने आरोप लगाया था कि स्टूडियो बिना अनुमति के बनाए गए और महाराष्ट्र तटीय क्षेत्र प्रबंधन प्राधिकरण (MCZMA) का उल्लंघन करते हुए फर्जी दस्तावेजों पर आधारित थे।
इन पांचों स्टूडियो को अस्थाई ढांचा बनाने की अनुमति दी गई थी, लेकिन उन्होंने एक विशाल ढांचा खड़ा कर रखा था, जिसमें ढेर सारा स्टील और कंक्रीट सामग्री का इस्तेमाल किया गया था।
एनजीटी की वेस्टर्न जोन बेंच ने गुरुवार को मड आइलैंड में पांच स्टूडियो के विध्वंस पर रोक को रद्द कर दिया था। बेंच ने स्टूडियो संचालकों द्वारा दायर एक याचिका को खारिज करते हुए उन्हें आगे के संचालन से भी रोक दिया।
भाजपा नेता सोमैया ने कहा कि बीएमसी आयुक्त इकबाल चहल इस अवैध घोटाले के बारे में जानते थे, लेकिन उन्होंने कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा, “हमने अदालत का दरवाजा खटखटाया, जिसने बीएमसी से सवाल किया कि अवैध निर्माण की अनुमति कैसे दी गई।” किरीट सोमैया ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से इसकी जांच का आदेश देने का अनुरोध किया है।