रांची। झारखंड की राजधानी रांची स्थित सीएमपीडीआई (मुख्यालय) में ‘उड़ान-एक लीडरशिप रिट्रीट’ विषय पर दो दिवसीय नेतृत्व विकास कार्यशाला का शुभारंभ 18 मार्च को हुआ। सीएमपीडीआई के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक मनोज कुमार ने इसका उद्घाटन किया।
मौके पर मनोज कुमार ने कहा कि प्रत्येक अधिकारी को अपने कर्तव्यों के निर्वहन के दौरान अनूठी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। यह कार्यशाला चुनौतियों, व्यक्तिगत एवं संगठनात्मक स्तर पर दक्षता और उत्पादकता में सुधार के लिए सहकर्मियों के साथ जुड़ने, सहयोग करने, एक-दूसरे की अंतर-दृष्टि और धारणाओं को जानने का एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि कार्यशाला को उत्पादक बनाने के लिए अपने को केन्द्रित रखते हुए बिना किसी झिझक के प्रश्न पूछने चाहिए। अनुभव को साझा करने चाहिए।
इस अवसर पर लीडरशिप कोच/कॉरपोरेट प्रशिक्षक सेवानिवृत ब्रिगेडियर सुशील भसीन ने विभिन्न आंतरिक एवं बाह्य गतिविधियों और रोचक अभ्यासों के माध्यम से टीम वर्क, सहयोग, बंधन, संचार के महत्व एवं सक्रिय श्रवण कौशल के महत्व पर प्रकाश डाला।
भसीन ने विभिन्न अभ्यासों और टीम निर्माण खेलों के माध्यम से यह भी बताया कि कैसे उच्च प्रबंधन को अज्ञात की खोज करने, लीक से हटकर सोचने, यथास्थिति को चुनौती देने के लिए नए विचारों व सीखने की विधा प्रति सजग रहना चाहिए।
इससे पूर्व, महाप्रबंधक (एचआरडी/सीएसआर) आरके महापात्रो ने प्रतिभागियों को कार्यशाला के उद्देश्य से परिचित कराया। आशा व्यक्त की कि सभी प्रतिभागी इस कार्यशाला में भाग लेकर लाभान्वित होंगे।
कार्यशाला में निदेशक (तकनीकी/सीआरडी) एसके गोमास्ता, निदेशक (तकनीकी/ईएस) शंकर नागाचारी, निदेशक (तकनीकी/पीएंडडी) अजय कुमार, मुख्य सतर्कता अधिकारी सुमीत कुमार सिन्हा, वरीय सलाहकार (माइनिंग) एके राणा, आईआईसीएम के कार्यपालक निदेशक डॉ कामाक्षी रमन, सीएमपीडीआई के क्षेत्रीय निदेशक, महाप्रबंधक और विभागाध्यक्ष भाग ले रहे हैं।