प्रशांत अंबष्ठ
गोमिया। टीटीपीएस परियोजना में संवेदक के माध्यम संचालित प्राइवेट वाहन के चालक की मृत्यु बीते 8 मार्च को हो गयी थी। ग्रामीणों ने टीटीपीएस सरना कालेज के समीप गुरुवार को मृतक चालक के शव को सड़क पर रखकर जाम कर दिया। मृतक के आश्रित को नियोजन देने की मांग करने लगे। परियोजना प्रबंधन के आश्वासन देने के बाद शव को आठ घंटें के बाद उठाया गया।
जानकारी के अनुसार तुलबूल पंचायत के तुलबुल गांव निवासी नारायण प्रजापति (47) परियोजना में संवेदक के माध्यम से लुगूबुरू आदिवासी मोटर परिवहन स्वावलम्बी समिति का वाहन चलाता था। उसकी मौत बीते 8 मार्च को हो गयी थी। मृतक की तीन पुत्री है। पत्नी की पूर्व में ही मृत्यु हो गई थी।
टीटीपीएस प्रबंधन ने प्राइवेट वाहन का चालक होने के कारण मृतक के आश्रित को परियोजना में नियोजन देने पर असहमति जताई। इसके बाद तुलबूल गांव के सैकडों महिला-पुरुष मृतक का शव को लेकर सड़क पर आ गए। नियोजन देने की मांग करने लगे। बगैर नियोजन मिले शव को नहीं उठाने पर डटे रहे।
जिला परिषद अध्यक्ष सुनीता देवी घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली। इस सबंध में टीटीपीएस प्रबधन से बात भी की। फिर भी समस्या का निराकरण नहीं होने पर टीटीपीएस के जीएम सह प्रभारी एमडी अनिल कुमार शर्मा के सुझाव पर श्यामली अतिथि गृह में परियोजना के डीजीएम अशोक प्रसाद, आशीष शर्मा, धर्मेन्द्र कुमार, आरके सिंह, विजय चौधरी के साथ वार्ता हुई।
इसमें कागजी दस्वावेज पूरी होने के बाद मृतक के एक आश्रित पुत्री को संवेदक के अधिन नियोजन देने का आश्वासन दिया गया। इस दौरान मृतक के आश्रित परिवार को संवेदक के माध्यम से दस हजार और परियोजना के डीजीएम प्रसाद ने पांच हजार रुपए का आर्थिक सहयोग किया गया। इसके बाद मृतक का शव करीब शाम चार बजे उठाया गया।
मौके पर जिला परिषद अध्यक्ष सुनीता देवी, भाजपा ओवीसी मोर्चा के राष्ट्रीय सदस्य देवनारायण प्रजापति, भाजपा ओवीसी मोर्चा के जिला अध्यक्ष चितरंजन साव के अलावा मुकेश सोरेन, प्रमान्द प्रजापति, जीतलाल प्रजापति, राजेश प्रजापति, चेचलाल प्रजापति, अरूण प्रजापति, बंसती देवी, दुलारी देवी, नीरज कुमार, योगेन्द्र प्रजापति आदि भी मौजूद थे।
जाम स्थल में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिये ललपनिया थाना पुलिस कैंप कर रही थी।