उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था- माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे। यह बात अब सच होती दिख रही है। उमेश पाल हत्याकांड के एक अन्य आरोपी को सोमवार को प्रयागराज पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया।
मुठभेड़ में आरोपी विजय कुमार उर्फ उस्मान चौधरी गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उसकी मौत हो गई। पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने बताया कि जिले के कौंधियारा थाना क्षेत्र में पुलिस और आरोपियों के बीच मुठभेड़ हुई।
इसके पहले उमेश पाल की दिनदहाड़े हत्या के तीन दिन बाद 27 फरवरी को पुलिस ने एक अन्य आरोपी को मार गिराया था, जिसकी पहचान अरबाज के रूप में हुई। लखनऊ ADG प्रशांत कुमार ने बताया उमेश पाल हत्याकांड मामले को लेकर आज सुबह प्रयागराज पुलिस को एक सफलता मिली, जब इस शूटआउट में शामिल उस्मान एक मुठभेड़ में घायल हुआ। उस्मान को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मृत्यु हुई। इस दौरान हमारे एक आरक्षी घायल हुए हैं।
उन्होंने बताया कि उस्मान पर 50,000 का इनाम था, चैनलों में प्रसारित वीडियो में इसे गोली मारते हुए देखा गया था। आगे की प्रक्रिया की जा रही है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण के द्वारा इसमें शामिल लोगों के घरों में ध्वस्तिकरण की प्रक्रिया की गई है।
उत्तर प्रदेश पुलिस स्पष्ट कर देना चाहती है इस हत्याकांड में जो भी व्यक्ति शामिल रहा है, उन पर कार्रवाई होगी। उमेश पाल राजीव पाल हत्याकांड के प्रमुख गवाह थे और लगातार गवाही दे रहे थे। इसी कारण से उनकी हत्या की घटना हुई है। उमेश पाल राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह थे। अरबाज समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व सांसद अतीक अहमद का करीबी था।
पुलिस ने कहा कि उमेश पाल की हत्या के वक्त अरबाज कार चला रहा था। उमेश पाल हत्याकांड में अतीक को आरोपी बनाया गया है। हाल ही में अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर घटना की सीबीआई जांच की मांग की थी।
इससे पहले कुछ दिनों पहले उमेश पाल हत्याकांड में शामिल एक शार्पशूटर को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद मार गिराया है। उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप और जिला पुलिस ने सोमवार को प्रयागराज के नेहरू पार्क में आरोपी अरबाज को गोली मार दी।
बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार शाम उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में उनके आवास पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। प्रयागराज में हुंडई क्रेटा एसयूवी की पिछली सीट से उतर रहे उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
पाल को स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पाल की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उसे सात गोलियां मारी गई थीं।
उमेश पाल हत्याकांड पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ने कहा पुलिस STF लगातार लगी हुई है, कल की घटना जो हुई है। उसमें पुलिस पर हमला किया गया, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में उसे मार गिराया। एक-एक अपराधी को सज़ा मिलेगी यही हमारी प्रतिबद्धता है।