नई दिल्ली। भारत सरकार की अगुवाई में अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के उत्सव के पर दो दिवसीय वैश्विक मिलेट्स (श्री अन्न) सम्मेलन का शुभारंभ शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने किया। इस उपलक्ष में प्रधानमंत्री ने डाक टिकट और सिक्के का अनावरण। श्री अन्न स्टार्टअप और श्री अन्न मानकों के संग्रह को डिजिटल रूप से लांच किया। इसमें पीएम मोदी का अलग रूप देखने को मिला।
उत्कृष्टता का केंद्र घोषित
पीएम ने केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) से संबंधित भारतीय मिलेट्स अनुसंधान संस्थान (आईआईएमआर) को बजट में की गई घोषणा के क्रम में उत्कृष्टता का केंद्र घोषित किया।

कम पानी का फसल
प्रधानमंत्री ने बताया कि श्री अन्न केवल भोजन या खेती तक ही सीमित नहीं हैं। भारतीय परंपरा से परिचित लोग किसी भी चीज के आगे श्री लगाने के महत्व को समझेंगे। श्री अन्न गांवों व गरीबों से जुड़ा हुआ है। श्री अन्न देश के छोटे किसानों के लिए समृद्धि का द्वार, करोड़ों देशवासियों के पोषण की आधारशिला व आदिवासी समुदाय का सम्मान है। श्री अन्न की फसल कम पानी में अधिक प्राप्त की जा सकती है, रसायनमुक्त खेती के लिए यह नींव है, वहीं जलवायु परिवर्तन से निपटने में मददगार है।
खपत 14 केजी प्रतिमाह खपत
श्री अन्न को एक वैश्विक आंदोलन में बदलने के लिए सरकार के लगातार प्रयासों को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि 2018 में मिलेट्स को पोषक-अनाज घोषित किया गया था। मोटे तौर पर देश के 12-13 राज्यों में श्री अन्न की खेती की जाती है और प्रति व्यक्ति प्रति माह घरेलू खपत दो-तीन किलो थी, जो बढ़कर अब 14 किलो प्रति माह हो गई है। मिलेट्स खाद्य उत्पादों की बिक्री में भी लगभग 30% की वृद्धि देखी गई है। एक जिला-एक उत्पाद योजना के तहत 19 जिलों में मिलेट्स भी चुना गया है।
2.5 करोड़ छोटे किसानों की सुध
श्री अन्न के लिए भारत की प्रतिबद्धता का संकेत है। यह सूचित करते हुए कि लगभग 2.5 करोड़ छोटे किसान भारत में मिलेट्स उत्पादन में प्रत्यक्ष रूप से शामिल हैं, प्रधानमंत्री ने कहा कि बहुत कम भूमि होने के बावजूद उन्हें जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, इनके लिए भारत का मिलेट मिशन, श्री अन्न का अभियान वरदान साबित होगा।
आजादी के बाद पहली बार सरकार ने मिलेट्स उगाने वाले 2.5 करोड़ छोटे किसानों की सुध ली है। श्री अन्न अब प्रसंस्कृत व पैकेज्ड खाद्य पदार्थों के माध्यम से दुकानों-बाजारों तक पहुंच रहा है। श्री अन्न बाजार को बढ़ावा मिलने से इन 2.5 करोड़ छोटे किसानों की आय बढ़ेगी, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
500 से अधिक स्टार्टअप आए
प्रधानमंत्री ने बताया कि श्री अन्न पर काम कर रहे 500 से अधिक स्टार्टअप सामने आए हैं। पिछले कुछ वर्षों में बड़ी संख्या में एफपीओ भी आगे आ रहे हैं। देश में एक पूरी आपूर्ति श्रृंखला विकसित की जा रही है, जहां छोटे गांवों में स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं श्री अन्न के उत्पाद बना रही हैं, जो मॉल और सुपरमार्केट में पहुंच रहे हैं।
पैर छूकर आशीर्वाद लिया
कॉन्फ्रेंस के शुभारंभ पर महिला किसान के पैर छूकर पीएम मोदी ने आशीर्वाद लिया। तमिलनाडु में जैविक खेती करने वाली 107 वर्ष की महिला किसान पप्पम्मल ने पीएम मोदी को आशीर्वाद दिया।