गिरिडीह। बड़ी खबर झारखंड के गिरिडीह के गावां थाना क्षेत्र के परसौनी से आयी है। यहां संचालित एक बंगला ईंट भट्ठे में दो मजदूरों के शव मिले हैं। शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।
शव मिलने को लेकर पुलिस के खिलाफ परिजनों में नाराजगी व्याप्त है। गावां पुलिस दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दी है। साथ ही जांच में जुट गई है। आज सुबह ही तिसरी थाना इलाके के बाघमारी गांव में भी संचालित ईंट भट्ठे के समीप दो मजदूरों के शव पाये गए हैं।
इधर बताया गया कि मृतकों में गावां थाना क्षेत्र के हरला निवासी केसर राजवंशी का 27 वर्षीय पुत्र संजय राजवंशी और जमडार निवासी केलू मुर्मू का 30 वर्षीय पुत्र सुरेश मुर्मू है। जानकारी के अनुसार दोनों मृतक परसौनी स्थित संजय यादव के बंगला ईंट भट्ठे में मजदूरी का कार्य किया करते थे।
रविवार की अहले सुबह दोनों मजदूरों का शव ईंट भट्ठे में मिला। जिसके बाद ग्रामीणों में कई तरह के चर्चे होने लगे। लोग अपने अपने अंदाज लगा रहे हैं। कोई कह रहा है कि दोनों की मौत भट्ठे में आग लगने के बाद दम घुटने से हुई है। कोई दोनों मजदूरों को मार कर भट्ठे में फेंक दिए जाने की बात कर रहा है।
इधर जब संजय राजवंशी के परिजनों व जिला परिषद सदस्य पवन चौधरी को घटना की जानकारी मिली, तो वे गावां थाना पहुंच कर बिना परिजनों को सूचना दिए पोस्टमार्टम पर भेजे जाने के लिए कड़ी आपत्ति जताए। जिसे लेकर थाना परिसर में थाना प्रभारी के साथ कई सवाल जवाब भी किया गया। इसके पश्चात नाराज सभी परिजन व ग्रामीण गावां सतगावां मुख्य मार्ग को अवरुद्ध कर दिए।
जानकारी देते हुए मृतक संजय के परिजनों ने बताया कि उनके पुत्र की मृत्यु होने की जानकारी काफी देर बाद उन्हें मिली है। उनका पुत्र संजय यादव के ईंट भट्ठा में मजदूरी का कार्य करता था। उसकी मौत कैसे हुई, इसका उन्हें कोई जानकारी नहीं है, किंतु उन्हें आशंका है कि उनके पुत्र को कोई मार डाला है।
साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस बिना उन्हें बुलाए या जानकारी दिए ही उनके बेटे के शव को पोस्टमार्टम में भेज दी है। खबर लिखे जाने तक मृतक संजय के परिजनों द्वारा गावां सतगावां मुख्य मार्ग को अवरुद्ध कर पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की जा रही थी।