मानस महायज्ञ की तैयारी अंतिम चरण में, कलश यात्रा 6 फरवरी को

झारखंड धर्म/अध्यात्म
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विवेक चौबे

गढ़वा। सतबहिनी झरना तीर्थ में होने वाले 23वें मानस महायज्ञ की तैयारी अंतिम चरण में है। इसे लेकर कमेटी के लोग सघन जन संपर्क अभियान चला रहे हैं। कारीगर शास्त्रोक्त विधि से नियम और निषेधों का पालन करते हुए यज्ञ मंडप का निर्माण कर चुके हैं।

मालूम हो कि यज्ञ के दौरान बड़ा मेला लगता है। इसमें स्थानीय एवं बाहर से आने वाले व्यापारी सैकड़ों तरह की दुकानें लगाते हैं। सतबहिनी विकास समिति के अनुसार 4 एवं 5 फरवरी को मेला क्षेत्र में दुकानों के लिए स्थान का आवंटन किया जाएगा।

मां सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटनस्थल विकास समिति के सचिव पंडित मुरलीधर मिश्र ने बताया कि 6 फरवरी को परंपरा के अनुरूप महायज्ञ को लकर कलश यात्रा निकाली जाएगी। यज्ञाचार्य के नेतृत्व में 7 फरवरी की सुबह याज्ञिक पुरोहितों की टोली द्वारा पंचांग पूजन, मंडप प्रवेश व अरणी मंथन के साथ पूजन, हवन व यज्ञ मंडप की परिक्रमा शुरू हो जाएगी।

इसी अवधि में मानस आचार्य के नेतृत्व में वेदपाठी ब्राह्मणों की टोली द्वारा श्री राम चरित मानस का पारायण पाठ किया जाएगा। दोपहर से संध्या बेला तक भारत के कई विशिष्ट विद्वानों का प्रवचन होगा। यह सिलसिला 15 फरवरी तक जारी रहेगा। 16 फरवरी को महायज्ञ की पूर्णाहुति, भंडारा एवं विद्वतजनों तथा साधु संतों की विदाई होगी।