- सीनियर सिटीजन, एमआईएस की जमा राशि में बढ़ोत्तरी, महिलाओं के लिए महिला सम्मान बचत पत्र
वाराणसी (उत्तर प्रदेश)। अमृत काल में जारी बजट ने डाकघर बचत योजनाओं को और भी आकर्षक बना दिया है। अभी 1 जनवरी से तमाम बचत योजनाओं की वृद्धि की गयी थी। इसके बाद लोग डाकघर में सुरक्षित निवेश को लेकर उत्साहित हैं। अब कई योजनाओं की जमा राशि में बढ़ोतरी कर दी गई है।
जमा की सीमा बढ़ाई
केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट में वरिष्ठ नागरिक बचत योजना और मासिक आय योजना में अधिकतम जमा की सीमा को बढ़ाकर और भी आकर्षक बनाया गया है। वर्तमान में सबसे अधिक 8% ब्याज वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में प्राप्त होते हैं। इसकी जमा सीमा को दोगुना कर 15 लाख से 30 लाख कर दिया गया है। मासिक आय योजना डाकघर की सबसे आकर्षक बचत योजनाओं में है। इसपर पीपीएफ की भांति 7.1% ब्याज मिलता है। इसमें निवेश सीमा 4.5 से बढ़ाकर 9 लाख और संयुक्त खाते के लिए 9 लाख से बढ़ाकर 15 लाख कर दिया गया है।
सीनियर सिटिजन को लाभ
इससे जहां सीनियर सिटिजन को काफी फायदा होगा, वहीं एमआईएस में एकमुश्त राशि जमा करने वालों के लिए भी लाभ होगा। वाराणसी परिक्षेत्र में अभी 31 लाख से अधिक बचत खाते संचालित हैं। इनमें लगभग एक लाख मासिक आय योजना और लगभग 35 हजार वरिष्ठ नागरिक बचत खाते शामिल हैं। डाकघरों में लोग पीढ़ी दर पीढ़ी पैसे निवेश करते हैं, क्योंकि यह निवेश का सबसे सुरक्षित माध्यम है।
महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा
डाकघरों में 10 साल तक की बेटियों के लिए सुकन्या समृद्धि योजना संचालित है, जिस पर 7.6% ब्याज दर है। अमृत काल बजट में नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए महिला सम्मान बचत पत्र आरम्भ किया गया है, जिस पर 7.5% ब्याज मिलेगा। यह वरिष्ठ नागरिक बचत योजना और सुकन्या समृद्धि योजना के बाद सर्वाधिक ब्याज दर वाली योजना होगी। इस योजना में महिलाएं दो वर्ष के लिए दो लाख रुपये तक जमा कर सकेंगी।
आज भी डाकघर बचत योजनाएं निवेश का सबसे सुरक्षित और लोकप्रिय माध्यम हैं। वित्तीय समावेशन में इनकी अहम भूमिका है। वरिष्ठ नागरिक बचत योजना और मासिक आय योजना की जमा राशि में बढ़ोत्तरी इसे और भी आकर्षक बनाएगी। वहीं, महिला सम्मान बचत पत्र नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देगी।- कृष्ण कुमार यादव, पोस्टमास्टर जनरल, वाराणसी परिक्षेत्र